इगतपुरी : सेंट्रल रेलवे पुलिस (Central Railway Police) को 34 वर्ष पहले हुई चोरी (Theft) के मामले में फरियादी (Complainant) को ढूंढ़कर उसका चोरी हुआ सामान लौटाने में सफलता मिली है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इगतपुरी रेलवे पुलिस स्टेशन (Igatpuri Railway Police Station) में 1989 से अपराध में जब्त सामान पुलिस स्टेशन के पास जमा था। इस संबंध में उप विभागीय पुलिस अधिकारी दीपक काजवे के वार्षिक निरीक्षण के समय पुलिस स्टेशन के पास जमा माल को लौटाने के आदेश दिए गए थे। इस उद्देश्य से इगतपुरी लोहमार्ग पुलिस स्टेशन के प्रभारी सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन बनकर ने जब्त की गई सामग्रियों की वापसी के लिए एक टीम बनाई।
1989 में फर्यादी हुरीलाल (सौदी ट्रान्सपोर्ट, मुंबई) ने सोना और घड़ी चोरी की शिकायत दर्ज कराई थी, उस समय अपराधी को पकड़ कर उसके पास से चोरी किया गया सामान जब्त किया गया था। लेकिन फरियादी का अधूरा पता होने और इगतपुरी से काम छोड़ कर चले जाने के कारण उसे सामान लौटाया नहीं जा सका था। लेकिन पुलिस टीम के सहायक फौजदार वारुले ने फरियादी को बड़ी होशियारी से तलाश कर लिया और उसे भरोसा दिलाया कि 34 वर्ष के बाद उसका चोरी हुआ सामान लौटाया जा रहा है।
इस टीम के अधिकारियों ने रेलवे कोर्ट मनमाड, रेलवे कोर्ट कल्याण, चाइल्ड वेलफेयर कोर्ट नासिक में दायर अपराधों के परिणाम की जानकारी प्राप्त की। जो मामले चल रहे हैं, उनके फरियादियों से संपर्क करके उन्हें भी उनका सामान लौटाने की जानकारी दी गई। कोर्ट से आदेश प्राप्त करके संबंधित फिर्यादी को पुलिस स्टेशन के पास जमा माल लौटा दिया गया।
पिछले 3 महीनों में कुल 38 सामान जिनमें विभिन्न कंपनियों के मोबाईल, मोटारसायकल, सुटकेस, 85 ग्राम, 400 मिली सोने के गहने मालिकों को लौटा दिए गए और 2 देसी पिस्टल और कारतूस नासिक के जिला अधिकारी कार्यालय को 7 लाख, 20 हजार, 384 रुपए का सामान दिया गया। पुलिस की इस में कार्रवाई लोहमार्ग औरंगाबाद पुलिस मोक्षदा पाटील, पुलिस अधीक्षक गणेश शिंदे, उप विभागीय पुलिस अधिकारी दीपक काजवे के मार्गदर्शन में इगतपुरी रेलवे पुलिस स्टेशन के प्रभारी सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन बनकर, सहायक फौजदार राजेश सोनवणे, अंमलदार वारुले, पुलिस हवलदार संतोष परदेशी, तुषार मोरे, अमोल निचत की टीम ने अंजाम दी।