Nashik Municipal Corporation
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    नासिक: संपत्ति कर बकाया वसूलने के लिए गत वर्ष दीपावली के मौके पर विभिन्न कर विभागों की ओर से शुरू किया गया ‘ढोल बजाओ अभियान’ (Dhol Bajao Abhiyan) अब फिर से शुरू होने जा रहा है। इसके जरिए चालू वित्त वर्ष के अंत तक अपेक्षित बकाया राशि की वसूली करने का लक्ष्य रखा गया है। जीएसटी के बाद नासिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) को प्रॉपर्टी टैक्स (Property Tax) से ज्यादा आमदनी होती है। हालांकि दो वर्ष से संपत्ति कर का बकाया कोरोना के चलते बढ़ गया है। बकाया धारकों को भुगतान करने पर अप्रैल से जून तक 3 माह की अवधि में विशेष छूट दी जाती है। इस दौरान संपत्ति धारकों ने योजना का लाभ उठाया। इसके बाद अन्य बकाएदारों को नोटिस भेजा गया, लेकिन उन्होंने नोटिस (Notice) का संतोषजनक जवाब नहीं दिया।

    नासिक महानगरपालिका ने फिर से बकाया संपत्ति धारकों के घरों के सामने ढोल बजाने का निर्णय लिया। दीपावली के मौके पर 15 दिनों तक ढोल बजाओ अभियान चलाया गया। इस अभियान से 6 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। राजनीतिक दबाव के कारण नासिक महानगरपालिका प्रशासन को यह अभियान स्थगित करना पड़ा। नासिक महानगरपालिका प्रशासन ने एक बार फिर बकाया वसूलने के लिए बकाएदारों के घर के सामने ढोल बजाने की योजना बनायी है। महानगरपालिका के विकास कार्यों के लिए बजट खड़ा करने के लिए बकाएदारों के खिलाफ फिर से उनके घर के सामने ढोल बजाने का निर्णय लिया गया है।

    21 दिन में भुगतान नहीं करने पर संपत्ति होगी नीलाम

    इस अभियान के तहत पहले बकाएदारों को ढोल बजाकर उसने बकाया कर भरने की अपील की जाएगी। अगर उसके बाद भी उन्होंने भुगतान नहीं किया तो उन्हें डिफॉल्टर घोषित कर उनकी संपत्ति जब्त कर ली जाएगी। नासिक महानगरपालिका कमिश्नर डॉ. चंद्रकांत पुलकुंडवार के अनुसार, जब्ती के बाद बकाए का भुगतान 21 दिन के भीतर करना होगा। अगर 21 दिन में बकाए का भुगतान नहीं किया गया तो उस संपत्ति को नीलाम कर दिया जाएगा।