Maharashtra Local Body Elections : Resolution passed to postpone local body elections in Maharashtra, now decision will be taken after decision on OBC reservation
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    कलवण : पहले के राजनेताओं (Politicians) में विनम्रता (Humility) थी। सभी एक दूसरे का सम्मान (Respect) करते थे। लेकिन आज कल के नेता किसी को नमस्कार भी नहीं करते। क्या पता नमस्कार करने में उनके बाप का क्या जाता है? एैसे तीखे तेवर अजित पवार (Ajit Pawar) ने व्यक्त किए।

    अजित पवार कल रविवार को कलवण में कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। कोई भी किसी के भी खिलाफ कुछ भी बोल देता है, क्या यह महाराष्ट्र की संस्कृती है? एैसा ना करें, एैसा कहते हुए उन्होंने कहा कि पहले की राजनीती में नम्रता थी। लेकिन अभी के नेता नमस्कार भी नहीं करते, पता नहीं उनके बाप का क्या जाता है? कोई सत्ता का ताम्रपत्र नहीं ले कर आता। सत्ता आती जाती रहती है। हमें जमीन पर रहना चाहिए, एैसे विचार अजित पवार ने यहां व्यक्त किए।

    केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्य मंत्री रामदास आठवले ने कहा है कि सरकार गिर जाएगी। इस पर अजित पवार ने प्रतिक्रिया दी कि आठवले कई बार कह चुके हैं कि सरकार गिर जाएगी, फिर गिरती क्यों नहीं? ऐसा वे अक्सर कहते हैं। हम विकास की बात करते हैं। ये बयान तब से चले आ रहे हैं जब से हमने मंत्री पद की शपथ ली थी। बोलने वालों को बोलने दो। हम अपना काम करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बस इतना पता है कि जिस व्यक्ति के पास 145 का जादुई आंकड़ा है, उसे उस सरकार से कोई समस्या नहीं होगी, जब तक कि संख्या का समर्थन मजबूत है।

    अफ्रीका से विमान नहीं आने चाहिए 

    नया वायरस बड़े पैमाने पर फैल रहा है। इसलिए सरकार को सावधान रहना चाहिए कि वह दक्षिण अफ्रीका से उड़ानों की अनुमति न दे। वैक्सीन अभी उपलब्ध नहीं है। यह तेजी से फैलने वाला वायरस है। इस संबंध में कल खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक बुलाई है। इन सब बातों पर मुख्यमंत्री की भी नजर है। इसलिए नागरिकों को भी सावधान रहना चाहिए। एैसे सूचना पवार ने दी।

    सावधान रहें नए संकट में न पड़ें

    मैंने कल पुणे में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री आज जायजा ले रहे हैं। राजेश टोपे भी समीक्षा कर रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग को साढ़े सात हजार करोड़ रुपए दिए गए हैं। ऑक्सीजन, एंबुलेंस लाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि दुबई से एक जोड़ा पुणे आया था। उनमें से एक को कोरोना हुआ और हर जगह फैल गया, इस बात को नहीं भूलना चाहिए।

    कोरोना ने राज्य की आर्थिक स्थिति खराब कर दी है। फिर एक प्राकृतिक आपदा आई। बेमौसम बारिश और चक्रवात से भारी नुकसान हुआ है। इस संकट काल में एसटी हड़ताल शुरू हो गई है। 1 दिसंबर से बच्चों के स्कूल शुरू हो जाएंगे। उस पर भी विचार किया जाना चाहिए।