
सातपुर : केंद्रीय राज्य आरोग्य मंत्री डॉ. भारती पवार (Union State Health Minister Dr. Bharti Pawar) ने कहा, देशभर का पशुधन (Livestock) लम्पी बीमारी के वायरस (Lumpy Disease Virus) का शिकार हुआ है। केंद्र सरकार ने सभी राज्य सरकार को सावधानी बरतते हुए आवश्यक उपाय योजना करने के निर्देश दिए है। किसानों को हर संभव मदद करने के आदेश दिए है। लम्पी वायरस संक्रमित बीमारी होने से किसानों ने सावधानी बरतने की जरूरत है। पशुधन में बीमारी के लक्ष्यण पाए जाने के बाद तुरंत पशुसंवर्धन विभाग को सूचित करें। वे सिन्नर स्थित पांगरी में लम्पी बीमारी के वायरस से संक्रमित हुए पशुओं का दौरा करने के बाद पशुसंवर्धन विभाग के अधिकारी और किसानों को संबोधित कर रही थी।
पांगरी और पाथरे गांव के साथ पूरे सिन्नर तहसील की विभिन्न समस्या सरकार के माध्यम से हल करने के लिए प्रत्यक्ष दौरा करने की मांग छावा संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विलास पांगारकर ने केंद्रीय राज्य आरोग्य मंत्री डॉ. भारती पवार से की थी। इसके बाद केंद्रीय राज्य आरोग्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने दौरा किया। उनका आगमन होते ही विलास पांगारकर ने उनका पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया। दरमियान अतिवृष्टि से हुए नुकसान और स्थिति का जायजा लिया। पूरे सिन्नर तहसील को ओला सूख घोषित करने की मांग नागरिकों ने की। डॉ. पवार ने कहा, प्रशासन पशुधन को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। पीड़ित पशुओं के केंद्र के नियमावली के अनुसार 5 किलोमीटर का परिसर ‘बफर झोन’ घोषित कर प्रतिबंधात्मक उपाय योजना की जा रही है।
लंपी के संक्रमण से किसानों का पशुधन संकट में है। आज नासिक जिले के सिन्नर तालुका में बसे पांगरी गांव के पशुपालकों से मुलाकात कर लंपी संक्रमित पशुओ के रोग का मुआयना किया। इस वक्त पशु परीक्षण, रोग की जानकारी, इसके प्रसार, लक्षण, बचाव और pic.twitter.com/qmmoWC0MuD
— Dr.Bharati Pravin Pawar (@DrBharatippawar) September 15, 2022
टीकाकरण का डिजिटल डैश बोर्ड बनाएं
पीड़ित क्षेत्र में 16 हजार 500 पशुओं में से 12 हजार पशुओं को टीकाकरण किया गया है। शनिवार तक सभी पशुओं का टीकाकरण किया जाएगा। जिला परिषद स्तर पर पशुसंवर्धन विभाग ने टीकाकरण अभियान की जानकारी इकट्ठा कर हर एक जिला के लिए पोर्टल विकसित करने के आदेश दिए। इसमें हर एक पशुओं की जानकारी शामिल करें। लम्पी वायरस के बारे में टीकाकरण का डिजिटल डैश बोर्ड बनाएं। इस समय विभागीय अधिकारी डॉ. अर्चना पठारे, तहसीलदार प्रशांत पाटिल, पंचायत समिति के गट विकास अधिकारी मधुकर मुरकुटे, पशुसंवर्धन अधिकारी डॉ. विष्णू गर्जे, वैद्यकीय अधिकारी मिलींद बच्छाव, तहसील कृषित अधिकारी अण्णासाहब गागरे, सरपंच स्मिता निकम, छावा संगठन के विलास पांगारकर, एंड. मयूर पांगारकर सहित परिसर के पशु पालक उपस्थित थे।