सटाणा: बागलाण पश्चिम परिसर के साल्हेर ग्राम पंचायत (Salher Gram Panchayat) को 4 साल पहले सांसद सुभाष भामरे (MP Subhash Bhamre) के आदिवासी कोटे से एम्बुलेंस (Ambulance) के लिए निधि (Fund) मंजूर हुआ है, लेकिन अभी तक स्वास्थ्य केंद्र को एम्बुलेंस नहीं मिल पाई है। मामले को लेकर ग्रामीणों ने सांसद भामरे से गुहार लगाई है। मामले में सरकारी अधिकारियों ने लापरवाही करने की बात सामने आ रही है।
गौरतलब है कि 4 वर्ष पहले सांसद भामरे के निधि का पत्र साल्हेर ग्राम पंचायत को दिया गया था। इसके बाद ग्रामसेवक गणेश जाधव ने प्रयास भी किए। फिर भी एम्बुलेंस नहीं मिली। साल्हेर ग्राम पंचायत को एम्बुलेंस मिले इसलिए 2 माह से साल्हेर ग्राम पंचायत के शिष्टमंडल ने नाशिक स्थित सरकारी विश्रामगृह में सांसद सुभाष भामरे से मुलाकात की थी।
दस्तावेज जमा होने के बाद भी नहीं सुधरी स्थिति
भामरे ने शिष्टमंडल के सामने संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों को बुलाकर पूछताछ की। तब देरी होने की बात सामने आई। सांसद भामरे ने जब पत्र दिया था तब और आज एम्बुलेंस की कीमत में बड़ा अंतर निर्माण हुआ है। अधिक रकम के चलते समस्या निर्माण हुई है। इसके बाद भामरे ने एम्बुलेंस के लिए अधिक निधि का प्रावधान करने की बात की। साथ ही जल्द से जल्द दस्तावेज तैयार करने की सूचना दी। इसके बाद साल्हेर जिला परिषद के संबंधित विभाग के पास ग्राम सेवक गणेश जाधव ने दस्तावेज जमा किए, लेकिन अभी तक एम्बुलेंस नहीं मिली है।
साल्हेर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत 7 आदिवासी पाड़ा है, जिसमें साल्हेर, बंधारपाड़ा, पायरपाड़ा, भिकारसौड़ा, महादर, मोठे महादर, भाटाबा आदि शामिल है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की एम्बुलेंस खराब हो गई है, लेकिन वैश्विक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिला परिषद की ओर से साल्हेर स्वास्थ्य केंद्र को नई एम्बुलेंस मिलने से मरीजों को राहत मिली है।
- डॉ. अमोल पाठक, वैद्यकीय अधिकारी