लासलगांव : केंद्र सरकार (Central Government) जहां कैशलेस लेनदेन (Cashless Transactions) को बढ़ावा दे रही है, वहीं दूसरी ओर लासलगांव रेलवे बुकिंग कार्यालय (Lasalgaon Railway Booking Office) के कई जगहों पर ऑनलाइन भुगतान (Online Payment) स्वीकार करने से इंकार करने से ग्राहक (Consumer) मायूस हैं। यहां के रेलवे स्टेशन (Railway Station) पर बुकिंग अधिकारी यात्रियों से ठीक से बात नहीं करते हैं, छुट्टे पैसों को लेकर विवाद, आरक्षण को लेकर यात्रियों को परेशान करना, ऐसी अनेक शिकायतें करने के बाद भी कोई फर्क नहीं पड़ता।
यहां के जनप्रतिनिधि यात्रियों को टिकट बुक कराने और लासलगांव रेलवे स्टेशन पर रिजर्वेशन कराने का आवाहन कर रहे हैं ताकि लासलगांव रेलवे स्टेशन का धंधा दिखाया जा सके। इस पर यात्री भी सकारात्मक प्रतिक्रिया दे रहे हैं, लेकिन ये सरकारी अधिकारी नागरिकों को संतोषजनक जवाब नहीं दे रहे हैं, इसलिए उन्हें बेवजह तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है। आरक्षण टिकट के लिए कार्ड भुगतान ना लेते हुए लेकिन नकद की मांग की जा रही है। अधिकारी रेलवे के नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं, जबकि टिकट खिड़की पर बड़े अक्षरों में सूचना लिखी की जाती है कि सभी प्रकार के डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड स्वीकार किए जाएंगे।
नोटबंदी के फैसले के बाद, मोदी सरकार ने ऑनलाइन लेनदेन के बारे में जनता में जागरूकता पैदा करके कैशलेस लेनदेन करने की कोशिश शुरू कर दी है। रेलवे बोर्ड ने आरक्षण टिकट के लिए कार्ड के जरिए भुगतान की भी सुविधा दी थी। नागरिकों ने अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए डेबिट और क्रेडिट कार्ड, ऑनलाइन बैंकिंग जैसी विभिन्न प्रणालियों का उपयोग करना शुरू कर दिया है लेकिन ट्रेन टिकट बुकिंग के लिए कॅश पैसों की मांग कर के ग्राहकों को परेशान किया जा रहा है।