लासलगांव : पिंपलगांव बाजार समिति (Pimpalgaon Market Committee) में प्याज की नीलामी (Onion Auction) माथाडी मजदूरों (Mathadi Laborers) और व्यापारियों (Traders) के बीच विवाद (Dispute) के चलते बंद है। ऐसे में किसान परेशान हो रहे हैं। पिंपलगांव मंडी समिति में व्यापारियों के गोदाम पर काम कर रहे माथाडी मजदूरों के समूह नंबर 2 ने विभिन्न मांगें रखी थीं। लेकिन व्यापारियों ने उनकी मांगों को अनसुना कर दिया। श्रम कमिश्नर कार्यालय में इस संबंध में एक बैठक भी बुलाई गई थी। लेकिन इसके बाद भी व्यापारियों ने इन मांगों को अनसुना कर दिया। इसे देख माथाडी कामगार कार्यकर्ता उग्र हो गए हैं। उन्होंने प्याज के गोदाम में काम नहीं करने का फैसला किया है।
मजदूरों की इस भूमिका के चलते व्यापारियों के सामने बड़ा सवाल यह है कि पिंपलगांव बाजार समिति की नीलामी के दौरान लिए गए प्याज को कैसे ठिकाने लगाया जाए। इसे देखते हुए प्याज व्यापारी संघ ने पिंपलगांव मार्केट कमेटी को पत्र देकर कहा है कि जब तक माथाडी कामगार समूह नंबर 2 का फैसला नहीं हो जाता, तब तक वे प्याज की नीलामी में हिस्सा नहीं लेंगे। अत: ये नीलामियां अगली सूचना तक अनिश्चितकाल के लिए बंद रहेंगी। उधर, दिवाली के बाद लासलगांव बाजार समिति में प्याज की नीलामी फिर से शुरू हो गई है। नीलामी शुरू होने के बाद से प्याज के बाजार भाव में 400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी पर किसानों ने संतोष जताया है।
मंडी पहुंची ईरानी प्याज
पांच राज्यों के चुनाव नजदीक आने के साथ, केंद्र सरकार ने प्याज के बाजार मूल्य को नियंत्रित करने के लिए नाफेड के माध्यम से 1.85 लाख मीट्रिक टन प्याज की खरीद की है। जिसमें से 1 लाख 15 हजार मीट्रिक टन प्याज आयात करने का निर्णय लिया गया है। यह निर्णय उस समय लिया गया जब लासलगांव सहित नाशिक जिले में बाजार समितियां दिवाली की छुट्टी के लिए बंद थीं। यहीं पर ना रुकते हुए ईरान से 70 कंटेनरों में प्याज आयात किया गया था, जिनमें से 25 कंटेनर मुंबई पहुंच गए हैं। लेकिन प्याज की घरेलू मांग के कारण लासलगांव मार्केट कमेटी में प्याज की नीलामी रद्द कर दी गई, जिसमें पिछले दस दिनों में 400 रुपये की वृद्धि देखी गई। दीपावली के पावन अवसर पर सुबह के सत्र में 550 वाहनों से प्याज की अधिकतम बाजार भाव 3251 रुपये, औसत 2750 रुपये और न्यूनतम कीमत 2750 रुपये रही।