नाशिक : मध्य रेल (Central Railway) के नाशिकरोड (Nashik Road) रेल सुरक्षा बल (Railway Protection Force) ने (आरपीएफ) सिन्नर पुलिस (Sinnar Police) की मदद से सिन्नर में ट्रैवल्स (Travels) का कारोबार करने वाले एक व्यक्ति को रेल टिकट की कालाबाजारी करने के मामले में गिरफ्तार किया था, जिसे कोर्ट ने जमानत पर रिहा कर दिया है। यात्रीयों को उम्मीद थी, इस कार्रवाई से रेल सुरक्षा बल को बड़े गिरोह की जानकारी मिलेगी, लेकिन वह फोल साबित हुई।
इस कार्रवाई के दौरान आरपीएफ ने मौके से संगणक, टिकट और अन्य सामग्री बरामद कि थी। आरपीएफ के वरिष्ठ निरीक्षक एन. वी. गेहलोत ने बताया की, उन्होंने सिन्नर के मुसलगाव एमआईडीसी स्थित उज्वल नगर निवासी संदिग्ध तजेंद्र सिंह (34) को गिरफ्तार किया था, जिसका मुसलगाव में गुरूकृपा मोबाइल शॉप और इलेक्ट्रिकल दूकान है, जो टिकट की कालाबाजारी करने की जानकारी पुलिस को मिली थी। इसके बाद रेल सुरक्षा बल के उपनिरीक्षक रवींद्र कुमार, सागर वर्मा ने सिन्नर पुलिस की मदद से तजेंद्र सिंह के पास जांच पड़ताल कि थी।
मोबाइल की जांच करने पर उसके पास तीन टिकट मिले थे। बताया था की, वह जरूतमंद यात्रीयों से प्रत्येकी 250 रुपए अधिक लेकर सिन्नर के विजय ट्रैवल के मालिक विजय डांगरे के माध्यम से टिकट बुक करता था। रेल सुरक्षा दल और पुलिस ने तजेंद्र सिंह से एक मोबाइल, पीडीएफ टिकट बरामद किया था। विजय ट्रैवल्स में पहुंचकर जांच करने पर डांगरे ने यह उनका पूराना आईडी होने की बात कही। संगणक जांच करने पर 12 निजी आईडी और 9 हजार 836 रुपए के उपयोग में लाए गए टिकट मिले। दोनों के खिलाफ रेल के कानून की धारा 143 के तहत प्रकरण दर्ज किया था। वरिष्ठ निरीक्षक गेहलोत ने यात्रीयों को कानूनी केंद्र से टिकट लेने की अपील की।