Balasaheb Thorat
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    नाशिक : करीब एक महीने से ज्यादा समय से चल रही एसटी कर्मचारियों (ST Employees) की हड़ताल (Strike) के अभी भी खत्म होने के संकेत नजर नहीं आ रहे हैं। सरकार (Government) से  बातचीत का कोई रास्ता निकलता नजर नहीं आ रहा है। इसकी वजह से अधिकांश जगहों पर एसटी की सेवा ठप है।

    कांग्रेस नेता (Congress Leader) बालासाहेब थोराट (Balasaheb Thorat) ने एसटी कर्मचारियों से अपील की है कि वे स्थिति को समझें। उन्हें सरकार में शामिल नहीं किया जा सकता है। वे हड़ताल को और कितना खींचेंगे यह तय करें। भाजपा की सरकार के समय एसटी विलय को लेकर कोई  निर्णय नहीं लिया गया। एसटी कर्मचारियों को सरकार जितना दे सकती थी उतना दिया है। यह बात नाशिक में पत्रकारों से बात करते वक्त कही।

    अन्यथा कार्रवाई का निर्णय लेना होगा

    एसटी के हड़ताली कर्मचारी अब रुक जाए। हड़ताल समाप्त कर अपने काम में जुट जाए। अगर अब भी उन्होंने बात नहीं सुनी तो कार्रवाई का निर्णय लेना होगा। इस तरह की चेतावनी बालासाहेब थोराट ने दी है। इससे पूर्व परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा था कि हम जनता से बंधे है। अब सरकार हाथ पर हाथ रखकर नहीं बैठेगी। अलग अलग तरह के विकल्पों पर विचार किया जा रहा है। जितना हम कर्मचारियों के प्रति जिम्मेदार है उतनी ही जिम्मेदारी जनता के प्रति भी है। परब ने कहा है कि एसटी कर्मचारियों को बहकाया जा रहा है। अब तक हजारों कर्मचारियों को सस्पेंड किया गया है। हड़ताल से एसटी कर्मचारियों का ही नुकसान हो रहा है। सदावर्ते का कोई नुकसान नहीं हो रहा है।