Nashik Zilla Parishad
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    सटाणा : पिछले वर्ष 31 मई को हुई ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) की मासिक सभा (Monthly Meeting) के प्रस्ताव बदलने के मामले में तत्कालीन ग्राम सेवक सहित दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग सत्ताधारी गुट ने जिला परिषद (Zilla Parishad) की सीईओ (CEO) लीना बनसोड (Leena Bansod) से की है। प्रोसीडिंग बुक के पन्ने बदलकर प्रस्ताव में बदलाव करने की जानकारी सामने आने के बाद सदस्य आक्रोशित  हो गए है।

    31 मई को हुई मासिक सभा में विरोधी सदस्य गुट से मिलीभगत कर तत्कालीन ग्रामसेवक स्वप्नील ठोके ने प्रस्ताव क्रमांक 5 को बदलकर उसकी जगह पर 15वें वित्त आयोग के खर्च से जुड़े प्रस्ताव को शामिल कर दिया था। लेकिन इस प्रकार का कोई प्रस्ताव इस बैठक में नहीं रखा गया था। प्रस्ताव के लिए सत्ताधारी और विपक्ष गुट के किसी भी सदस्य ने हंगामा नहीं किया था। ग्राम सेवक स्वप्नील ठोके ने धांधली को छुपाने के लिए विरोधियों के साथ मिलकर प्रोसीडिंग बुक के प्रस्ताव में हेराफेरी की। इसके ठोस सबूत होने का दावा सत्ताधारी गुट ने किया है। 31 मई 2021 की मासिक बैठक के सीसीटीवी फुटेज की जांच कर सत्य सामने लाने की मांग जिला परिषद की सीईओ लीना बनसोड, गटविकास अधिकारी पी. एस. कोल्हे से की गई है।

    इन अधिकारियों ने जांच करते हुए कार्रवाई की बात कही है। प्रोसिडींग बुक के 1 से 19 तक के प्रस्ताव सही है, जबकि इसके बाद के सभी प्रस्तावों में हेराफेरी कि गई है। 31 मई के सभा प्रस्तावों में हेराफेरी कि गई है। आखरी पन्ने पर सरपंच का हस्ताक्षर नहीं लिया गया है। प्रोसिडींग बुक में हुई गलतियां जानबूझकर करने की जानकारी आने की रिपोर्ट गटविकास अधिकारी पी. एस. कोल्हे दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक गटविकास अधिकारी हेमंत कुमार काथेपुरी के मार्गदर्शन में विस्तार अधिकारी आर. एम. सूर्यवंशी, नितिन देशमुख, पाटिल की समिति नियुक्त की गई है. एक ओर ग्राम पंचायत की जांच शुरू हुई, दुसरी ओर प्रोसीडिंग बुक में हेराफेरा किस उद्देश्य से की गई इसकी जांच करते हुए ग्रामसेवक पर कार्रवाई करने की मांग सत्ताधारी गुट की सरपंच शीतल नंदन, उपसरपंच जीवन माली, सदस्य सीताराम सालवे, प्रीती कोठावदे, निखिल कासारे, राजेश माली, जिजाबाई वनीस, ज्योति माली, भारती सोनवणे ने की है।

    राजनीतिक स्वार्थ से आरोप

    ताहाराबाद ग्राम पंचायत में कुल 17 सदस्य संख्या है। एक गुट में 9 व दूसरे गुट में 8 सदस्य है। यहां सरपंच पद को लेकर विवाद है। राजनीतिक स्वार्थ के लिए बिना किसी वजह से मुझ पर आरोप लगाकर बदनाम किया जा रहा है।

    - स्वप्नील ठोके, तत्कालीन ग्रामसेवक