नाशिक : नाशिक (Nashik) में एक बार फिर से कोरोना मरीजों (Corona Patients) के बढ़ने की रफ्तार ने तेजी पकड़ ली है। हर दिन नए 100 मरीज (Patients) सामने आ रहे है। फिलहाल जिले (District) में 691 मरीजों का उपचार (Treatment) चल रहा है। इनमें नाशिक के 438 मरीज शामिल है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन कही भी कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। नागरिक मास्क नहीं पहन रहे है। बड़े बड़े नेताओं द्वारा आलीशान तरीके से शादी समारोह का आयोजन किया जा रहा है। इस वजह से कोरोना के मामले तेजी से बढ़ने की बात सामने आ रही है।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के 4 लाख 4 हजार 770 कोरोना से ठीक हो चुके लोगों को डिस्चार्ज दिया गया है। फिलहाल 691 मरीजों का उपचार चल रहा है। जब से कोरोना का संकट छाया है तब से अब तक नाशिक जिले में 8 हजार 756 लोगों की मौत हो चुकी है। यह जानकारी जिला नोडल अधिकारी डॉ. अनंत पवार ने दी है।
किस जगह से कितने मरीज
फिलहाल उपचार कराने वालों में बागलाण के 16, चांदवड के 6, देवला के 18, दिंडोरी के 49, इगतपुरी के 8, मालेगांव के 4, नांदगांव के 5, निफाड के 49, सिन्नर के 21, सुरगाणा के 2, त्र्यंबकेश्वर के 4, येवला के 11 सहित कुल 232 मरीजों का उपचार चल रहा है। इसके साथ ही नाशिक महानगरपालिका क्षेत्र में 438, मालेगांव महानगरपालिका क्षेत्र में 10 और जिले के बाहर के 11 सहित कुल 691 मरीजों का उपचार चल रहा है। अब तक जिले में 4 लाख 14 हजार 217 कोरोना मरीज मिले है।
4000 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का स्टॉक
देशभर की तरह कोरोना की दूसरी लहर नाशिक का बुरा हाल था। उस वक्त ऑक्सीजन को लेकर बेहद बुरी स्थिति थी। इसे ध्यान में रखते हुए महानगरपालिका ने ऑक्सीजन की पर्याप्त व्यवस्था की है। हर दिन 4000 मेट्रिक टन ऑक्सीजन का स्टॉक उपलब्ध रखा जा रहा है। इसके लिए ऑक्सीजन प्रोडक्शन के लिए 23 प्रोजेक्ट तैयार किए गए। इससे हर दिन 23 मेट्रिक टन ऑक्सीजन का हर दिन उत्पादन होगी।
अन्य सुविधाएं
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए शहर में 3300 बेड तैयार रखा गया है। इनमें से 2200 बेड ऑक्सीजन सुविधा वाली है। बिटको हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की सबसे अधिक 650 बेड है। जरूरत पड़ने पर 250 बेड बढ़ाने की तैयारी की गई है। डॉ. जाकिर हुसैन हॉस्पिटल में 150, ठक्कर होम में 325, संभाजी स्टेडियम में 280 बेड की सुविधा है। इसके अलावा मीनाताई ठाकरे स्टेडियम में 180 बेड, समाज कल्याण कार्यालय कोविड सेंटर में 500 बेड, मोरी कोविड सेंटर में 200 बेड, अंबर सेंटर में 300 बेड, सातपुर मायको हॉस्पिटल में 50 और सावतानगर क्रॉम्प्टन हॉल में 60 ऑक्सीजन बेड है।