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    नाशिक : करोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) चल रही है। लेकिन शहर में अस्पताल (Hospital) भरे हुए नहीं है। ऑक्सिजन (Oxygen) के लिए लोगों की भागमभाग नहीं हो रही। रिमेडीसीव  के लिए कोई परेशान नहीं है। इसका क्या कारण हो सकता है? शहर में मौसम (Weather) भी दो प्रकार के चल रहे हैं। कड़ी ठंड और कड़ी धूप। कभी-कभी तो एैसा लगता है जैसे गर्मी का मौसम शुरु हो गया है। सुबह सूरज भी नहीं निकलता। ऐसे में लोग कोहरे और ठंड के मारे ठिठुर रहे हैं। ऐसे में लोंगों को सर्दी, बुखार, खांसी और दर्द की शिकायत हो रही है जो नाशिक शहर के हर घर में दिखाई दे रही है।

    जिसे वायरल फीवर भी कहा जा रहा है। लेकिन लोग डर रहे हैं कि टेस्ट करवाए और पॉजिटिव हो जाएंगे इसलिए कोई कोरोना की जांच भी नहीं करवा रहा है। लोगों का मानना है कि यदि हम कोरोना की दूसरी लहर जैसे स्थिती दोबारा नहीं होने देना चाहते हैं तो कोरोना की यह लड़ाई अपने दम पर लड़नी होगी। अब लोग दूसरी लहर से समझदार हो गए हैं। अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ा दी गई है, ऑक्सीजन भरपूर है लेकिन मरीज दाखिल नहीं हो रहे हैं। लोग अस्पताल की ओर जा भी नहीं रहे हैं। दूसरी लहर का अनुभव बहुत अच्छा नहीं है। लाखों का बिल चुकाने के बाद भी कई लोगों ने अपनों की लाशे अस्पताल से निकाली हैं।

    वर्तमान में एक भी घर ऐसा नहीं है जहां कोई बीमार न हो। पिछले 8 से दस दिनों से हर घर में कम से कम एक व्यक्ति बीमार है। सर्दी, बुखार, खांसी, शरीर में दर्द यह लक्षण परिवार में किसी ना किसी में जरुर हैं। एक तरफ अस्पताल, खासकर निजी कोविड स्पेशल डिस्पेंसरी असमंजस में हैं। यह कोविड की तीसरी लहर है, लेकिन बेहद हल्के रूप में। लोगों को एहसास है कि उनको कोरोना है, लेकिन कोई भी आश्वस्त हो कर अस्पातल की ओर भागना नहीं चाहता। अब कोई चार आने की मुर्गी के लिए बारा आने का मसाला नहीं खरीदना चाहता।

    दरअसल, कोरोना वायरस की ताकत बहुत कम हो गई है। यह वायरस मानव शरीर के अनुकूल होने में लगभग सफल हो गया है। यह कहना सुरक्षित है कि वायरस संक्रामक है। पिछले साल जहां इतने मरीज पॉजिटिव आए थे, वहीं किसी भी अस्पताल में बेड खाली नहीं बचा था। ऑक्सीजन की कमी शुरू हो गई थी, और बूढ़े, युवा मर रहे थे। फिलहाल कोई बुरा हाल नहीं है। यह अच्छी बात है। वर्तमान में जिन लोगों को बुखार, खांसी और जुखाम है, वे चार से पांच दिनों में ठीक हो जाएंगे। घबराएं नहीं, नजदीकी डॉक्टर से मिलें! आपको साधारण सर्दी और बुखार है इसलिए घबराने की जरुरत नहीं। कोरोना का मुकाबला करना है, नजदीकी फैमिली डॉक्टर को दिखाएं। सकारात्मक रहें, सकारात्मक सोचें, प्रकृति के अनुसार बदलें। यह ना भूलें कि अब हमें यह लड़ाई लड़नी है।