नाशिक : शहर और जिले के साथ-साथ राज्य (State) भर में भी कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। मंगलवार की शाम तक कोरोना नाशिक जिला परिषद में भी दाखिल हो गया था। जिला परिषद अध्यक्ष (Zilla Parishad President) बालासाहेब क्षीरसागर (Balasaheb Kshirsagar) दूसरी बार कोरोना से संक्रमित हुए हैं। जिले में कोरोना मामलों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और जिला परिषद मुख्यालय में हर दिन नए मरीज मिल रहे हैं।
मरीजों की बढ़ती संख्या से अधिकारी-कर्मचारी परेशान हैं और सभी सावधानी बरतते नजर आ रहे हैं। लेकिन, एक तस्वीर यह भी है कि प्रशासन कोरोना की पृष्ठभूमि में आवश्यक सावधानी नहीं बरत रहा है। मुख्यालय जिले भर से आने वाले लोगों के ऑक्सीजन और तापमान की जांच तक नहीं करता है। आशंका है कि इससे मुख्यालय में संक्रमण और बढ़ेगा।
पशुपालन विभाग के कर्मचारी संघ ने कोरोना के प्रकोप की शुरुआत में जिला परिषद मुख्यालय में कोरोना के खिलाफ एहतियात के तौर पर हाथ साफ करने की सुविधा स्थापित की थी। हाथ साफ करने के बाद ही कार्यालयों में दाखिला दिया जाता था। लेकिन आखिरी लहर थमने के बाद प्रशासन ने हाथ साफ करने की सुविधा को भी बंद कर दिया है। जिला कलेक्टर द्वारा सभी सरकारी कार्यालयों को भेजे गए पत्र में ‘नो वैक्सीन नो एंट्री’ निर्देश का पालन करने का निर्देश दिया गया है। लेकिन, जिला परिषद मुख्यालय के प्रवेश द्वार पर होर्डिंग लगाने के अलावा, जिला परिषद ने इस निर्णय को लागू करने के लिए कोई उपाय नहीं किया है।