Decision not to open Gram Panchayat if Gram Sevak is not transferred

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    येवला. ग्रामपंचायत चुनाव (Gram Panchayat Election) हुए 6 माह हो गए हैं। फिर भी ग्रामविकास (Rural Development)का कोई भी काम नहीं हो रहा है। साथ ही पंचायत में भ्रष्टाचार, कामों में अनियमितता, घरपट्टी ओर पानी के कर में भ्रष्टाचार आरोप में तहसील के कातरणी के ग्रामपंचायत सरपंच, उपसरपंच, ग्रामपंचायत सदस्य ने साथ मिल कर ग्रामसेवक को ग्रामपंचायत कार्यालय में बंद कर देने की घटना सामने आई है। कुछ देर के बाद समाझौता कर के ग्रामसेवक को छोड़ दिया गया लेकिन जब तक ग्रामसेवक का तबादला नही हो जाता तब तक ग्रामपंचायत कार्यालय ना खोलने का निर्णय ग्रामवासियों ने लिया है।

    इस संबंध में अधिक जानकारी यह है कि येवला और चांदवड़ तहसील की सीमा पर कातरणी में ग्राम पंचायत के चुनाव छह महीने पहले हुए हैं। सभी ग्राम पंचायत सदस्यों ने ग्राम पंचायत कार्यालय में एक बैठक बुलाई थी क्योंकि ग्राम सेवक बार-बार इस तथ्य के बारे में पूछ रहे थे कि कोई विकास कार्य शुरू नहीं हुआ है। ग्राम सेवक ने गांव में काम की चर्चा करते हुए अपनी ग्राम पंचायत को 15वां वित्त आयोग स्वीकृत नहीं होने की सूचना देकर समय व्यतीत करने का प्रयास किया।

    कोई लेखा-जोखा नहीं रखा गया है

    ग्रामनिधी की रकम से दो लाख रुपयों का चेक किसी को ना दिखाते हुए दे दिया गया। गांव के नागरिकों की घरपट्टी और पाणीपट्टी, आदि की कोई भी रकम ग्रामपंचायत के खाते में नहीं भरी गई। ग्राम पंचायत सदस्यों ने शिकायत की है कि इस राशि का गबन किया गया है। पिछली ग्राम सभा की कार्यवाही पूर्ण नहीं की गई। प्रोसिडिंग पुस्तिका में खाली पन्ने मिले, ग्राम पंचायत की धनराशि का कोई लेखा-जोखा नहीं रखा गया है।

    तबादला होने तक ताला ना खोलने की चेतावनी

    ग्राम सेवक द्वारा किसी भी कार्य या हिसाब-किताब में ताकस्तूर लागू न करने से नाराज सरपंच उप-सरपंच सदस्य ने ग्राम पंचायत कार्यालय में ताला लगा दिया है और ग्राम सेवक का तबादला होने तक ताला ना खोलने की चेतावनी ग्रामीणों को दी है। इस अवसर पर सरपंच रेखा कदम, उप सरपंच योगेश पाटिल, ग्राम पंचायत सदस्य सरला शिंदे, अलका सोनवणे, सरला सोनणे, उज्ज्वला लोहकारे, सरला सोनवणे, सुखदेव अहेर, धोंडीराम कदम, मोहन कदम, संतोष कदम और ग्रामीण मौजूद थे।