नाशिक : कोरोना (Corona) के नए वेरिएंट (New Variant) ओमिक्रोन (Omicron)ने राज्य भर में आतंक मचा रखा है. नाशिक (Nashik)में भी ओमिक्रोन का संक्रमण देखने को मिला है। नाशिक में ओमिक्रॉन का पहला मरीज भी मिल चुका है। ओमिक्रोन के तेजी से फैलने की वजह से चिंता बढ़ गई है। वहीं दूसरी तरफ शहर में नए वर्ष के जश्न पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पार्टियों पर रोक लगा दी गई है। लेकिन नाशिक के रामकुंड परिसर में भक्तों और पर्यटकों की जमकर भीड़ हो रही है।
रामकुंड परिसर में बड़ी संख्या में भक्तों और पर्यटकों के जुटने से कोरोना का संक्रमण फैलने का खतरा पैदा हो गया है। एक तरफ शहर में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ रही है। प्रशासन नागरिकों से कोरोना नियमों का पालन करने की अपील कर रही है। वहीं दूसरी तरफ रामकुंड परिसर में आये भक्तों और पर्यटकों द्वारा खुलेआम कोरोना नियमों का उल्लंघन किया जा रहा है। भीड़ बढ़ने से सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों की भी धज्जियां उड़ रही है। यहां अधिकतर भक्त और पर्यटकों के मुंह पर मास्क नजर नहीं आ रहा है।
भक्त खुद ध्यान रखे
इस मुद्दे पर गंगा गोदावरी पुरोहित संघ के अध्यक्ष सतीश शंकर शुक्ल ने कहा कि प्रशासन का यहां कोई ध्यान नहीं है। बड़ी संख्या में भक्तों का आना जारी है लेकिन कोरोना नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। भीड़ बढ़ने से दूरी भी मेंटेन करनी मुश्किल है। भक्तों और पर्यटकों को खुद इस बात का ध्यान रखना चाहिए.
खाने पीने की दुकानें भी बढ़ी
भक्तों और पर्यटकों की संख्या बढ़ने के साथ ही रामकुंड में खाने पीने की दुकानें भी बढ गई है। बड़ी संख्या में भक्त अपनी गाडियां लेकर यहां आए है जो रामकुंड परिसर में ही खड़ी कर रहे है। इससे आम लोगों को परेशानी तो हो ही रही है साथ ही रामकुंड परिसर की सुंदरता भी विलीन हो रही है.