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    नाशिक : नाशिक शहर (Nashik City) में कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या बढ़ने का सिलसिला शुरू होने से महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक रमेश पवार (Ramesh Pawar) ने शहर में कोरोना प्रतिबंधक टीकाकरण (Vaccination) की रफ्तार बढ़ाने के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान कार्यान्वित करने का फरमान जारी किया है। अब तक जिन्होंने पहला और दूसरा टीका नहीं लिया है, उन्हें खोजने के लिए इस अभियान के तहत 6 विभाग में 700 पथक का चयन किया गया जाएगा। टीका न लगाने वाले व्यक्तियों की खोजकर उन्हें टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाया जाएगा। साथ ही जहां पर टीका न लगाने वालों की संख्या अधिक होगी वहां पर टीकाकरण केंद्र (Vaccination Center) शुरू किया जाएगा। इस अभियान के लिए वैद्यकीय विभाग के कर्मचारियों के साथ अंगणवाड़ी सेविका, शिक्षक और विभागीय कार्यालय के कर्मचारियों की मदद ली जाएगी। नाशिक शहर में कोरोना की पहली और दूसरी लहर भयावह साबित हुई। कोरोना की पहली और दूसरी लहर के साथ ओमायक्रोन इस कोरोना के नए वेरिएंट से कोरोना की तीसरी लहर सबसे अधिक भयावह होगी, ऐसी संभावना विशेषज्ञों ने व्यक्त की थी, लेकिन टीकाकरण के चलते कोरोना की तीसरी लहर का असर कम रहा। हर दिन कोरोना मरीजों संख्या कम होने के बाद केंद्र और राज्य सरकार ने करोना संदर्भ में लागू किए गए प्रतिबंध हटा दिए। इसके चलते सभी आर्थिक व्यवहार एक बार फिर शुरू हुए। 

    ‘अलर्ट मोड’ पर नाशिक महानगरपालिका 

    परंतु युरोपियन देशों में कोरोना की चौथी लहर आई है। दिल्ली के बाद अब अपने राज्य में भी मरीजों की संख्या बढ़ना शुरू हो गया है। पिछले 2-3 दिनों में नाशिक शहर के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। शून्य पर आने वाले मरीजों की संख्या अब हर दिन 6-7 पर पहुंचने से महानगरपालिका यंत्रणा भी ‘अलर्ट मोड’ पर आ गई है। शहर में कोरोना का बढ़ता खतरा ध्यान में लेते हुए वैद्यकीय यंत्रणा सजग करते हुए संदिग्ध कोरोना मरीजों की टेस्ट बढ़ाने के निर्देश महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक रमेश पवार ने दिए है। साथ ही कोरोना की चौथी लहर रोकने के लिए टीकाकरण के साथ बूस्टर डोस पर भी जोर देने के निर्देश पवार ने दिए है। अब तक जिन्होंने पहला और दूसरा टीका नहीं लिया है, ऐसे नागरिकों की खोज करने के लिए ‘हर घर दस्तक’ अभियान कार्यान्वित करने का निर्णय लिया है। इसके लिए 700 पथक गठित किए जाने वाले है। इन पथक के माध्यम से हर घर पहुंचकर टीका न लेने वाले नागरिकों की खोज कर उन्हें टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाया जाएगा।

    23 प्रतिशत नागरिक दूसरे टीके से दूर

    शहर में 18 वर्ष से अधिक उम्र होने वाले 13 लाख 63 हजार 700 नागरिकों के टीकाकरण का उद्देश्य रखा गया था। इसमें से 96 प्रतिशत नागरिकों ने पहला टीका लगाया तो दूसरा टीका लेने वालों की संख्या 77 प्रतिशत है। इसके चलते 23 प्रतिशत नागरिकों ने आज भी दूसरा टीका नहीं लिया है। 15 से 18 उम्र के 90 हजार 300 युवकों को टीका लगाने का उद्देश्य रखा गया था। इसमें से अब तक 69 प्रतिशत युवकों ने पहला तो 44 प्रतिशत युवाओं ने दूसरा टीका लिया। इसके चलते 31 प्रतिशत युवक पहले तो 56 प्रतिशत युवाओं ने दूसरा टीका नहीं लिया। 15 से 14 उम्र के 58 हजार 450 में से 72 प्रतिशत बच्चों को पहला तो 34 प्रतिशत बच्चों को दूसरा टीका लगाया गया। इसके चलते टीका न लेने वाले सभी को खोजकर उन्हें टीकाकरण केंद्र तक पहुंचाने का उद्दिष्ट ‘हर घर दस्तक’ अभियान के तहत रखा गया है।