9 अक्टूबर से शुरू होगा एक्सपोर्ट मैनेजर प्रोग्राम पाठ्यक्रम: निखिल पांचाल

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    सातपुर : आयमा (Ayma) के अध्यक्ष निखिल पांचाल (Nikhil Panchal) ने कहा, वैश्विक स्तर के निर्यात क्षेत्र में नाशिक (Nashik) को चमकाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे है। निर्यात क्षेत्र की रफ्तार बढ़ाने और उद्यमियों को विस्तृत ज्ञान मिले इसलिए आयमा और सिम्बॉयसिस इन्स्टिट्यूट ऑफ ऑपरेशन मैनेजमेंट (Symbiosis Institute of Operation Management) के सहयोग से एक्सपोर्ट मैनेजर प्रोग्राम (एएमपी) (Export Manager Program) यह पाठ्यक्रम कार्यान्वित किया जा रहा है, जिसका शुभारंभ 9 अक्टूबर को होगा।

    वे आयमा के हाल में आयोजित पत्रकार परिषद को संबोधित कर रहे थे। इस समय आयमा के उपाध्यक्ष राजेंद्र पानसरे, महासचिव ललित बूब, सचिव गोविंद झा, हर्षद ब्राह्मणकर, रवी महादेवकर, सिद्धेश रायकर, सिम्बॉयसिस की वंदना सोनवणे, जयंत पगार, अशोक ब्राह्मणकर, राहुल गांगुर्डे आदि उपस्थित थे। उन्होंने आगे कहा, 4 महीने के इस अनोखे पाठ्यक्रम के पहले चरण में 25 उद्यमियों का चयन किया गया है। दो साल में 100 उद्यमियों का चयन किया जाएगा। किसी भी देश की आर्थिक स्थिति कितनी मजबूत है, यह देश की निर्यात पर निर्भर होता है। 

    नाशिक जिले का 3.5 प्रतिशत योगदान

    उदारीकरण की नीति के बाद विश्व के देशों में व्यापार अधिक मजबूत होने में मदद मिली। इसलिए निर्यात को विशेष महत्व प्राप्त हुआ। निर्यात नीति के चलते रोजगार निर्मिती और रोजगार बढ़ाने के लिए प्रोत्साहन मिलता है। राष्ट्र के आर्थिक विकास के लिए मदद मिलती है। 2020-21 इस आर्थिक साल में विश्व के कुल निर्यात में राज्य की तुलना करें तो नाशिक जिले का 3.5 प्रतिशत योगदान है, जिसमें प्रमुख रूप से 10 क्षेत्र का योगदान है। इसलिए नाशिक में उत्पादित होने वाले वस्तू और माल की बड़े तौर पर निर्यात होने के साथ इस बारे में नाशिक में उपलब्ध क्षमता और कौशल्य संच तैयार करने के लिए यह पाठ्यक्रम लाभदायक होगा। सिंबायोसिस इन्स्टिट्यूट ऑफ ऑपरेशन्स मैनेजमेंट की मदद से हमने कई मॉड्यूल्स शामिल होने वाला पाठ्यक्रम तैयार किया है, जिसमें निर्यात के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।