Farmers warned to set themselves on fire if power supply is not restored, read the whole matter
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    मालेगांव : वालवाडे (Walawade) सहित क्षेत्र में कृषि पंपों (Agricultural Pumps) के लिए अपर्याप्त दबाव आपूर्ति के कारण कृषि पंपों की आपूर्ति (Supply) अक्सर बाधित होती है। बड़े पैमाने पर फसल को नुकसान हो रहा है। आक्रोशित किसानों (Angry Farmers) ने वडनेर खाकुर्डी स्थित बिजली वितरण कंपनी (Electricity Distribution Company) के कार्यालय के बाहर धरना दिया। एक ज्ञापन में नाराज किसानों ने अगले 2 दिनों में बिजली आपूर्ति (Power Supply) बहाल नहीं होने पर आत्मदाह करने की चेतावनी दी है।

    वलवड़े सहित क्षेत्र के किसानों को वडनेर खाकुर्डी सब स्टेशन से बिजली की आपूर्ति होती थी। लेकिन इस क्षेत्र में सप्लाई की ओवरलोडिंग के कारण इस सप्लाई और अन्य क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति कम दबाव में हो रही है। नतीजतन, कृषि पंप नहीं चल रहे हैं और पंप की विफलता की दर भी बढ़ रही है। महावितरण की योजना कृषि पंपों को केवल आठ घंटे बिजली आपूर्ति करने की है। बार-बार बिजली गुल होने से किसानों को चार से पांच घंटे ही बिजली मिल पाती है। वर्तमान में रबी सीजन की फसलों को पानी की जरूरत है। कुछ जगहों पर प्याज की खेती चल रही है।

    बार-बार बिजली गुल होने से किसान परेशान हैं, जबकि वे पहले से ही संकट में हैं। सुधार नहीं होने से बिजली कंपनी के अधिकारियों से शिकायत करते करते किसान लाचार हो गए हैं। इससे नाराज किसानों ने बिजली वितरण कंपनी के वडनेर खाकुर्डी स्थित कार्यालय के बाहर महाविरण के खिलाफ धरना दिया। उस समय कोई अधिकारी मौजूद नहीं होने से किसान आक्रोशित थे। इसके बाद किसानों ने महावितरण के दाभाड़ी स्थित कार्यालय में जाकर ज्ञापन दिया। बिजली वितरण कंपनी ने अगले 2 दिनों में बिजली आपूर्ति बहाल नहीं होने पर खुद को आग लगाने की चेतावनी दी है। इस आंदोजन में पी.आर कन्नोर, शैलेंद्र कोर, उपेंद्र अहिरे, श्रीराम अहिरे, सुनील अहिरे, प्रवीण भामरे, जगदीश भामरे, रमेश भामरे, कारभारी भामरे, साहेबराव भामरे, दिनेश कोर, विनोद भामरे, समाधान कोर, प्रवीण अहिरे, शाम अहिरे, सुरेंद्र खैरनार, शंकर अहिरे, सुनील अहिरे, भावराव खैरनार सहित किसानों ने भाग लिया।