मालेगांव : देश ओमिक्रोन (Omicron) नाम के एक नए कोरोना संकट (Corona Crisis) का सामना कर रहा है। इस संबंध में, मालेगांव (Malegaon) शहर को स्वास्थ्य देखभाल के मामले में एक अच्छी तरह से सुसज्जित अस्पताल की जरूरत है। कृषि मंत्री (Agriculture Minister) दादा भूसे (Dada Bhuse) ने बताया कि इस उद्देश्य से मालेगांव शहर के पूर्व और पश्चिम दोनों हिस्सों में मालेगांव शहर और ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों की स्वास्थ्य देखभाल के लिए 5 अच्छी तरह से सुसज्जित अस्पताल स्थापित किए जा रहे हैं। यह जानकारी उन्होंने गवर्नमेंट रेस्ट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता में दी।
इस अवसर पर रामा मिस्त्री, प्रमोद शुक्ला, सुनील देवरे, डिप्टी मेयर नीलेश अहेर, डॉ. जतिन कपडणीस, मनोहर बच्छाव आदि उपस्थित थे। उस समय भूसे ने कहा कि शहर में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए पूर्व में वाडिया और अली अकबर शहर अस्पताल, पश्चिम में शिविरों के पीछे, दयाणे, रामजनपुरा और पीछे तीन अच्छी तरह से सुसज्जित अस्पताल स्थापित किए जाएंगे। सटाणा रोड स्थित महिला एवं बाल चिकित्सालय के पीछे 3 सुसज्जित अस्पताल बनाए जाएंगे। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत सटाणा रोड पर मौजूदा महिला एवं बाल चिकित्सालय भवन का जीर्णोद्धार किया जाएगा और 33 करोड़ 77 लाख रुपये की लागत से 100 बिस्तरों वाला अस्पताल होगा।
वहीं, 4 करोड़ 15 लाख अल्पसंख्यक कल्याण कोष से रमजानपुरा क्षेत्र में 15 बिस्तरों वाला अद्यतन अस्पताल बनाया जाएगा। इसके अलावा, अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन ट्रस्ट के सीएसआर फंड से लगभग 45 करोड़ रुपये के फंड से कैंप क्षेत्र में मौजूदा महानगरपालिका अस्पताल के पीछे 100 बेड का मॉड्यूलर अस्पताल स्थापित किया जा रहा है। जल्द ही इन अस्पतालों का शिलान्यास किया जाएगा। कोरोना संकट का खतरा अभी टला नहीं है और राज्य में ओमिक्रोन के मरीज मिले हैं। ऐसे में नागरिकों को सावधान रहने की जरूरत है। उन्होंने लोगों से सरकार और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों और नियमों का पालन करने की भी अपील की।
कोरोना सेवकों को नमन
मंत्री भूसे ने संवाददाता सम्मेलन में जानकारी दी कि मालेगांव के नागरिकों की ओर से 12 दिसंबर को पुलिस परेड ग्राउंड में कोरोना की दोनों लहरों में स्वास्थ्य सेवा के डॉक्टर और स्टाफ सहित विभिन्न स्तरों पर कार्यरत कर्मचारियों और कर्मचारियों का अभिनंदन किया जाएगा।