Nashik Rain Updates

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-सुधीर जोशी

नासिक: महाराष्ट्र (Maharashtra ) में जून माह के पहले सप्ताह में मानसूनी वर्षा शुरू हो जाती है। मौसम में आए बदलाव के कारण पिछले कुछ वर्षों से समय पर मानसूनी वर्षा का आगाज भले ही नहीं होता, लेकिन 4 जून तक वर्षा जरूर होती है। इस वर्षा को मानसून पूर्व की वर्षा कहा जाता है। मौसम विभाग (Meteorological Department) की ओर से यह जानकारी दी गई थी कि आने वाले कुछ दिनों में वर्षा (Rain)होगी और मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी सही साबित हो गई और रविवार 4 जून कुछ देर तक वर्षा हुई। इस वर्षा से लोगों को बहुत राहत मिली।

 पिछले तीन माह से लगातार भीषण गर्मी से लोग बहुत परेशान हो गए थे। सूर्य की तपिश ने सभी को परेशान कर रखा था।  जिले और आसपास के इलाकों में 40 डिग्री सें. से अधिक तापमान दर्ज किया जाता था। दोपहर के समय तो आलम यह रहता था कि सड़क पूरी तरह से वीरान हो जाया करती थी, लेकिन जब रविवार को वर्षा की बूंदे जमीन पर गिरी तो लंबे समय से सूर्य की गर्मी सहन कर रही धरती माता को तो राहत मिली ही, साथ ही लोगों को भी इस अल्प समय की वर्षा ने काफी राहत प्रदान की।  इस वर्षा में पशु-पक्षियों को भी भयंकर गर्मी से राहत दिला दी।

गर्मी से परेशान लोगों को मिली राहत

4 जून का रविवार सभी के लिए राहत लेकर आया। तेज हवाओं के साथ जब वर्षा हुई तो बहुत ही प्रसन्नता हुई। दोपहर 12 बजे आई इस मानसून पूर्व वर्षा में छोटे बच्चों समेत अन्य लोग भी भीगे। हालांकि यह वर्षा बहुत देर तक नहीं हुई, लेकिन लगातार गर्मी झेल रहे लोगों करे लिए बहुत बड़ी राहत बनकर आई। रविवार को नासिक शहर के साथ-साथ तहसील क्षेत्रों में भी अच्छी वर्षा दर्ज की गई। 

इन क्षेत्रों में बारिश हुई

त्र्यंबकेश्वर में लगातार 2 घंटे वर्षा हुई तो ब्रह्मगांव में भी तेज हवा के साथ वर्षा होने का समाचार मिला। साल्हेर किला परिसर के ततानी, केलझर, पायरपाडा, महादर घाटंबा, साल्हेरवाडी क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ बिजली कड़की और वर्षा हुई। उमराणा में भी वर्षा होने की जानकारी मिली है। वणी में भी रविवार को लोगों को वर्षा रूपी राहत मिली। सप्तश्रृंगी दुर्ग में देवी का दर्शन करने आए श्रद्धालु अचानक हुई बारिश का लुफ्त उठाया। सिन्नर तहसील के पूर्वी हिस्से में भी रविवार को वर्षा होने से मौसम बहुत खुशगवार हो गया। 

किसानों के चेहरे चमके

पिछले दिनों बेमौसम वर्षा के कारण जिस किसानों के आंखों से आंसू झलक पड़े थे, रविवार को जब मानसून पूर्व की वर्षा ने दस्तक दी तो उन्हीं किसानों के आंखों से खुशी के आंसू झलक पड़े। शहर व जिले के लोग भीषण गर्मी से परेशान थे, लेकिन जब सुबह से ही शहर व जिले के कई हिस्सों में वर्षा हुई तो सभी ने कहा कि चलो अब इस वर्ष की गर्मी समाप्त हुई। 4 जून की वर्षा भले ही बहुत अल्प काल की रही लेकिन 4 जून की वर्षा ने यह बता दिया है कि जल्दी ही जिले में मानसूनी वर्षा का दौर शुरु हो जाएगा।   

रोहिणी नक्षत्र की पहली जोरदार बारिश

वहीं, त्र्यंबकेश्वर शहर में रोहिणी नक्षत्र की पहली जोरदार बारिश रविवार की दोपहर शुरू हुई। तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी की शुरुआत सुबह 11 बजे हुए और दोपहर एक बजे तक तेज बारिश ने पूरे शहर को धो दिया। लगातार 2 घंटे तक बादलों के गरज के साथ बारिश होती रही, जिससे शहर की सारी सड़कों पर पानी भर गया। शहर के लक्ष्मीनारायण चौक में रास्ते पर पानी भर गया। रविवार को छुट्टी के कारण त्र्यंबक में यात्रियों की भीड़ थी। अचानक बारिश से यात्री परेशान तो हुए, लेकिन पहली बारिश की खुशी भी सबके चेहरों पर दिखाई दी। इस वर्ष पालखी प्रस्थान के अवसर पर और वटसावित्री पूजन पर बारिश न होने से उसकी कमी का आभास किया जा रहा था। लेकिन राहिणी नक्षत्र की पहली जोरदार बारिश ने पूरे त्र्यंबक वासियों में जोश भर दिया। बारिश के पहले नालों की सफाई नहीं की गई थी, इसलिए सड़कों पर पानी भर गया। इसके लिए नपा मुख्याधिकारी को ध्यान देना होगा, ऐसी मांग नगरवासियों की ओर से की जा रही है।