नाशिक. नाशिक (Nashik) में गोदावरी नदी (Godavari River) में इस साल बुधवार को दूसरी बार बाढ़ (flood) आई है। रामसेतु पुल पर बाढ़ का पानी चढ़ गया है और नदी के किनारे के सभी मंदिर पानी में डूब गए हैं। गोदावरी नदी के बीच स्थित दो मुखी मारुती की प्रतिमा रात भर में पूरी डूब जाने की संभावना जताई जा रही है। नाशिक जिले के गंगापुर बांध क्षेत्र में पिछले दो दिनों से भारी बारिश हो रही है। इसलिए इस बांध से पानी के बहाव को चरणबद्ध तरीके से बढ़ाया जा रहा है। जिला कलेक्टर सूरज मांढरे ने बताया कि बुधवार 22 सितंबर को दोपहर एक बजे विसर्ग 6000 क्यूसेक पहुंच गया है। डिस्चार्ज दोपहर 3 बजे से बढ़ाकर 8,000 क्यूसेक कर दिया गया है। इसलिए गोदावरी नदी को साल की दूसरी बाढ़ मिली है।
बाढ़ का पानी दोमुखी मारुति की गर्दन तक पहुंच गया है। रामसेतु पुल पर पानी चढ़ने लग गया है। नदी के किनारे के सभी मंदिर पानी के नीचे हैं। प्रशासन ने कहा है कि नागरिक नदी में तैरने न जाएं। शुरू में नाशिक से मुंह मोड़ने वाली बारिश ने दूसरे चरण में जोरदार मूसलाधार शुरू कर दी है। नतीजतन, नांदगांव और साकुरी में दो बार बाढ़ आ चुकी है। गोदावरी में पहले भी बाढ़ आ चुकी है। जिले में पिछले दो दिनों से बारिश हो रही है। नाशिक को पानी सप्लाई करने वाले गंगापुर बांध क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। नतीजा यह है कि बांध 99 फीसदी तक भरा हुआ है। गोदावरी घाटी में गंगापुर बांध समूह में चार बांध हैं, गंगापुर (बड़े), कश्यपी (मध्यम), गौतमी गोदावरी (मध्यम) और आलंदी (मध्यम)। इनमें से आलंदी बांध सौ फीसदी भरा हुआ है। गौतमी गोदावरी का भंडार 97 प्रतिशत हो गया है, जबकि कश्यपी का जल भंडार 87 प्रतिशत हो गया है।
इसलिए इस साल नाशिक निवासियों की पानी की समस्या का समाधान हो गया है। इस बीच, इगतपुरी तहसील में सबसे महत्वपूर्ण ऊपरी वैतरणा बांध, जो मुंबई को पानी की आपूर्ति करता है, 98. 70 प्रतिशत भरा हुआ है। इसलिए मुंबईकरों की पानी की समस्या का तत्काल समाधान किया गया है। वैतरणा बांध पिछले साल अगस्त में भर गया था। इस साल उसे भरने में एक महीने का समय लगा। नाशिक जिले के प्रमुख बांध गंगापुर, दारणा, गंगापुर, कश्यपी, मुकणे, भावली, वालदेवी, कादवा, गौतमी-गोदावरी, नांदुरमाधमेश्वर, आलंदी और भोजपुर हैं। इसके चलते बांध क्षेत्र में 10 नवंबर तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिला कलेक्टर सूरज मांढरे ने क्षेत्र में पाए गए पांच से अधिक व्यक्तियों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।