
नई दिल्ली/नासिक. महाराष्ट्र के नासिक (Nashik in Maharashtra)से आ रही बड़ी खबर के अनुसार यहाँ के मुंबई नाका पर स्थित पुलिस स्टेशन के पीछे हरी विहार सोसाइटी से दो बंद दुकानों में इंसानी जिस्म के अंगों के मिलने (Human organs found) से हड़कंप मच गया है। इन बंद दुकानों के अन्दर प्लास्टिक के दो बड़े डब्बों में इंसानी जिस्म के अंगों को केमिकल की मदद से रखा गया है।
इसमें आठ कान मिले हैं। इनके अलावा आंखें और सर भी मिले हैं। सूत्रों के बीते पिछले 15 सालों से इन दुकानों को खोला नहीं गया था। उस समय मेडिकल कॉलेज के स्टूडेंट्स को रेंट पर ये गाले (दुकानें) दिए गए थे। अब इस पूरे मामले की जांच नासिक के मुंबई नाका थाने की पुलिस जांच कर रही है। पुलिस द्वारा दी गई जानकारियों के मुताबिक किसी आंख, नाक, गले के डॉक्टर (ENT Surgeon) के नाम पर ये दोनों दुकानें हैं।
घटना के मुताबिक मुंबई नाके पर स्थित इन दुकानों से बीते दो दिनों पहले से दुर्गंध आ रही थी। जब आस पास के लोगों ने इसका कारण जानने की कोशिश की तो बीते रविवार को स्थानीय लोगों ने देखा कि दुकान में शटर के एक कोने में कुछ टूट-फूट सी हुई है। वहीं से लोगों को दुर्गंध आने का पता लगा। स्थानीय लोगों ने फिर पुलिस को इस बाबत सूचना दी।
बाद में पुलिस ने दूकान के अन्दर भरे कबाड़ में से दो प्लास्टिक के मेडिकल कामों में इस्तेमाल में आने वाले डब्बों को खोला तो एकदम से दुर्गंध फैल गई। पुलिस की जांच जब और बढ़ी तो केमिकल की सहायता से काफी जतन से इन इंसानी शरीर के अंगों को रखा देखा। इसके बाद तबाद तोड़ फॉरेंसिंक की टीम ने तुरंत इन दो डब्बे को अपने कब्जे में किया। साथ ही पुलिस ने इस गाले की मालकिन शुभांगिनी शिंदे को बुलाया। साथ ही उनके दोनों डॉक्टर बेटों को बुलाया गया। जिनसे देर रात तक पुलिस पूछताछ शुरू थी।
दरअसल शिंदे परिवार में दोनों बेटे शहर में डॉक्टर हैं। इनमें से एक डेंटिस्ट है तो दुस्त्रे सुपुत्र ENT सर्जन हैं। अब तक की मिली जानकारियों के मुताबिक 2005 में इन अंगों को रिसर्च के लिए लाकर यहां रखा गया था। आठ कान के अलावा इंसान के सर जैसा कोई अंग भी दिखाई दे रहा है। फिलहाल इस पूरी घटना पर पुलिस अपनी तफ्तीश जारी रखे हुए है।