नासिक : शहर (City) और ग्रामीण पुलिस स्टेशन (Rural Police Station) सीमा क्षेत्र के जनवरी 2020 से जनवरी 2023 ऐसे तीन साल के डेढ़ हजार विसेरा और डीएनए सैम्पल जिला सरकारी अस्पताल (District Government Hospital) के शव विच्छेदन विभाग (Autopsy Department) में धूल फांकने की बात सामने आई है। विसेरा समय पर प्रयोग शाला में भेजने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है, लेकिन इस ओर पुलिस द्वारा ध्यान न देने से सबूत नष्ट हो रहा है। किसी महिला या पुरुष के मौत का कारण अस्पष्ट या संदेहास्पद होने के बाद कारण स्पष्ट होने के लिए शव विच्छेदन करने वाले डॉक्टर विसेरा निकल कर रखते है।
यह विसेरा संभालकर रखते हुए समय पर न्याय वैद्यक प्रयोगशाला के पास भेजना होता है। ऐसा न करने पर वह खराब हो जाता है। मृत व्यक्ति ने शराब या विषारी औषध सेवन किया है या नहीं, प्रसूती में महिला की मौत प्रकरण, नशीले द्रव्य लेकर हत्या की है या नहीं? इसकी जानकारी मिलने के लिए विसेरा निकाला जाता है। इंडियन एविडन्स एक्ट के अनुसार विसेरा का रिपोर्ट सबूत साबित होता है। किसी व्यक्ति ने मौत से पहले प्रतिकार किया है या नहीं?, दहेज प्रकरण में शुरुआत में द्रव पदार्थ से औषध देकर बेहोश किया जाता है। इसके बाद संबंधित महिला को जलाया जाता है। ऐसे में विसेरा रिपोर्ट से सत्य सामने आता है। विसेरा समय पर जांच के लिए न देने पर सबूत नष्ट होता है।
परंतु जिला सरकारी अस्पताल के शव विच्छेदन विभाग में दिन ब दिन विसेरा की संख्या बढ़ रही है, जिसकी तुलना में विसेरा समय पर जांच के लिए ले जाने का प्रतिशत बहुत कम है। शव विच्छेदन विभाग के एक कपट में विसेरा होने वाली बोतल जमा की गई है, जिसे संबंधित पुलिस स्टेशन के अधिकारी-कर्मचारियों ने अपने कब्जे में लेकर जांच के लिए न्याय वैद्यक प्रयोगशाला में देना अनिवार्य है। ऐसा न होने से विसेरा धूल फांक रहा है।
कालबाह्य विसेरा जैविक कूड़ा
विसेरा निकालने के बाद तुरंत उसका विघटन शुरू होता है, जिसे टालने के लिए रसायन का उपयोग किया जाता है। अधिक से अधिक तीन माह तक उसे सही तरह से रखा जा सकता है। इसके बाद विसेरा की जांच करने पर कुछ भी सामने नहीं जाता है। इसलिए मृत व्यक्ति के साथ घातपात होने पर उसे न्याय नहीं मिलता है। इसलिए पुलिस ने अपनी जिम्मेदारी सही तरह से निभाना जरूरी है।
पुलिस द्वारा की गई मांग और संदेहास्पद शव होने पर शव विच्छेदन के बाद विसेरा संकलित किया जाता है, जिसे ले जाने की जिम्मेदारी पुलिस की होती है। परंतु पुलिस समय पर विसेरा न ले जाने से शव विच्छेदन परिसर में बदबू पसर गई है। साथ ही विसेरा समय पर न ले जाने से वह कालबाह्य हो जाता है। – डॉ. हेमंत घांगले, वैद्यकीय अधिकारी, शव विच्छेदन विभाग, जिला सरकारी अस्पताल।
पुलिस स्टेशन में अकस्मित मौत का मामला दर्ज होने के बाद अधिक जांच के लिए विसेरा निकाला जाता है। जिला सरकारी अस्पताल से विसेरा ले जाने के लिए पुलिस स्टेशन निहाय पुलिस अधिकारियों को सूचना दी जाएगी। – प्रशांत बच्छाव, पुलिस उपायुक्त, अपराध विभाग।