Chhagan Bhujbal

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    नाशिक : त्योहारी सीजन (Festive Season) के बाद भी मरीजों (Patients) की संख्या में कुछ हद तक कमी आई है, लेकिन खतरा पूरी तरह टला नहीं है। इस संबंध में खाद्य, नगरी आपूर्ति एवं  उपभोक्ता मंत्री और जिले के पालक मंत्री (Foster Minister) छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने स्वास्थ्य व्यवस्था (Health System) और उपस्थित अधिकारियों (Officers) को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण (Vaccination) कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए है।

    येवला (Yevala) संपर्क कार्यालय में आयोजित येवला और निफाड़ (Nifad) तहसील में कोरोना की स्थिती के लिए जायजा बैठक में पालकमंत्री भुजबल बोल रहे थे। इस बैठक में प्रांताधिकारी डॉ. अर्चना पठारे, तहसीलदार प्रमोद हिले, शरद घोरपडे, समूह विकास अधिकारी डॉ. उन्मेष देशमुख, अतिरिक्त जिला स्वास्थ अधिकारी डॉ. युवराज देवरे, महावितरण के उप अभियंता विनायक इंगले, राजेश पाटील, उमेश पाटील, नगरपालिका की मुख्याधिकारी संगीता नांदूरकर, उपजिला अस्पताल की चिकित्सा अधिकारी डॉ. शैलजा कृपास्वामी, तहसील स्वास्थ अधिकारी डॉ. हर्षल नेहते, चिकित्सा अधिक्षक डॉ. जितेंद्र डोंगरे, पुलिस निरीक्षक भगवान मथुरे, अरुण थोरात, दिपक लोणारी, ज्ञानेश्वर शेवाले और अन्य उपस्थित थे।

    टीकाकरण से कोरोना महामारी पर नियंत्रण

    पालक मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि शहर में अभी 50 फीसदी लोगों का टीकाकरण होना बाकी है। टीकाकरण के इस प्रतिशत को देखते हुए जनसंख्या के अनुपात के अनुसार टीकाकरण को पूरा करने के लिए टीकाकरण में तेजी लाना आवश्यक है। इसके लिए स्वास्थ्य देखभाल के साथ-साथ नगर पार्षदों को भी अपना योगदान देना होगा। नगर पालिकाओं और चिकित्सा प्रणाली को शहर में गैर-टीकाकृत नागरिकों को खोजने और उनका टीकाकरण करने के लिए समन्वय करना होगा। टीकाकरण से कोरोना महामारी पर नियंत्रण संभव है, जिसके लिए नागरिकों की भागीदारी जरूरी है।

    38 करोड़ रुपये किसानों के खातों में वितरित

    पालक मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि यदि नागरिक स्वास्थ्य प्रणाली द्वारा लागू टीकाकरण प्रणाली का जवाब नहीं देते हैं, तो सख्त कदम उठाने होंगे। छगन भुजबल ने कहा कि ऐसे मरीजों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया जाए ताकि इन मरीजों में संक्रमण न फैले। जिले के अस्पताल अब ऑक्सीजन के मामले में आत्मनिर्भर हैं। कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि शहर में स्वच्छता के अलावा नागरिकों के लिए मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी के तीन सिद्धांतों का सख्ती से पालन करना भी उतना ही जरूरी है। बाढ़ पीड़ितों को मुआवजे के रूप में येवला और निफाड़ तहसीलों के लिए 41 करोड़ रुपये की राशि प्राप्त हुई है। पालक मंत्री छगन भुजबल ने कहा कि इसमें से 38 करोड़ रुपये किसानों के खातों में वितरित किए गए हैं और शेष राशि तुरंत वितरित की जाएगी।