Illegal felling of banyan tree on Makhmalabad road exposed, Chipko movement gave life to banyan tree

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    नाशिक. मखमलाबाद मार्ग पर बरगद के पेड़ की अवैध कटाई का पर्दाफाश हुआ। शनिवार, 26 जून को दोपहर में हैश टैग चिपको आंदोलन के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। पर्यावरणविदों की जागरूकता के कारण संबंधित लोग 4 पेड़ों की जगह सिर्फ डालियां ही काट पाए। क्षेत्र के कार्यकर्ताओं और सतर्क नागरिकों ने अवैध रूप से पेड़ों को काटने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की है। चार दिन पूर्व जब वटपूर्णिमा थी, तभी एक पेड़ पर वार करने से नागरिकों में आक्रोश फैल गया। 

    मखमलाबाद रोड स्थित ओमनगर में लीलावती अस्पताल के पीछे के इलाके में एक बिल्डर और उसके साथियों ने पेड़ काटने की कोशिश की। मखमलाबाद में हैशटैग चिपको आंदोलन के कार्यकर्ता भूषण महाजन और उनके सहयोगियों ने पेड़ों की कटाई का विरोध किया। उन्होंने यह भी कहा कि उनकी कार्रवाई उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना​है। इसके बावजूद वे संबंधित पीपल के पेड़ की कुछ शाखाओं को काटने में लगे रहे। इस बीच भीड़ बढ़ गई। पुलिस को भी बुलाया गया। पुलिस उन्हें थाने ले गई और दो घंटे बाद छोड़ दिया। 

    नगर उद्यान विभाग ने किया मौके पर पंचनामा

    प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि संबंधित व्यक्ति आए और कटी हुई लकड़ी एकत्र की। इस बीच पता चला है कि देर शाम नगर उद्यान विभाग की ओर से मौके पर पंचनामा किया गया। प्रतिनिधि द्वारा संपर्क किए जाने पर उद्यान विभाग के उपायुक्त शिवाजी आमले ने कहा कि खेत मालिक को नोटिस दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि दो दिन में संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर प्राथमिकी दर्ज करायी जाएगी। 

    पेड़ों की अवैध कटाई सभी नियमों का उल्लंघन

    पर्यावरणविद अश्विनी भट ने कहा कि पेड़ों की अवैध कटाई सभी नियम-कायदों का उल्लंघन कर की जाती है। हाल ही में प्रत्येक पेड़ के लिए 1 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। तदनुसार, इन दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए और जुर्माना वसूल किया जाना चाहिए, तभी इसका दूसरों पर भी परिणाम होगा। 

    वरिष्ठ अधिकारियों को देंगे ज्ञापन

    भूषण महाजन ने कहा कि सोमवार को हम संभागीय और नगर आयुक्तों के साथ-साथ जिला कलेक्टर से भी मुलाकात करेंगे। जो कुछ हुआ, उसके बारे में ज्ञापन देकर हम पेड़ काटने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करेंगे। हैशटैग चिपको नाशिक आंदोलन और उत्तुंग जेप फाउंडेशन के प्रमुख रोहतन देशपांडे ने कहा कि यह आंदोलन पूरे राज्य में फैल चुका है और नागरिकों से अधिक सतर्क रहने की अपील की गई है।