Pimpalgaon Baswant

    Loading

    पिंपलगांव बसवंत: पिंपलगांव बसवंत (Pimpalgaon Baswant) की हद में आने वाले मुखेड़ गांव की महिलाओं (Womens) ने अवैध शराब के कारोबार का भंडाफोड़ किया है। इस दौरान महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री करने वाले व्यक्ति का घेराव किया और शराब की बोतल फोड़ डाली। देशी शराब के कारण गांव के टूटते-बिखरते परिवारों की वेदना से त्रस्त होकर महिलाओं ने यह कदम उठाया। 

    शराब की लत के कारण हर परिवार की बिगड़ती आर्थिक स्थिति के परेशान महिलाएं केवल शराब की बोतलें तोड़ने तक ही सीमित नहीं रहीं, बल्कि पिंपलगांव बसवंत पुलिस (Pimpalgaon Baswant Police) थाने भी पहुंचीं और अवैध रूप से शराब बिक्री करने वाले व्यक्ति के विरोध में अपराध भी दर्ज (Case Registered) कराया। मुखेड़ की महिलाओं की आक्रामकता को देख पुलिस को तुरंत अपराध दर्ज करना पड़ा। 

    घरों में रोज होता था गाली-गलौज और मारपीट 

    मिली जानकारी के अनुसार, मुखेड़ में पिछले कई दिनों से गैरकानूनी रूप से शराब बिक्री की जा रही थी। मुखेड़ क्षेत्र में रोजंदारी पर काम करने वाले लोगों की संख्या बहुत अधिक है। दिनभर मेहनत कर कमाई गई रकम देशी शराब में उड़ा देने के कारण आए दिन घरों में मारपीट, लड़ाई-झगड़ा होने लगा। गांव में शराब का अवैध धंधा बड़ी तेजी से फलता-फूलता जा रहा था। शराब की लत के कारण घर के प्रमुख व्यक्ति समेत युवा पीढ़ी भी प्रभावित होने लगी थी। घर की महिलाओं के विरोध करने पर उनके साथ मारपीट, गाली-गलौज करने के मामले बढ़ते चले गए। 

    ग्राम सभा में भी महिलाओं ने उठाई थी आवाज 

    घर-घर में मारपीट और गाली-गलौज की घटनाएं बढ़ने से गांव में असंतोष और असुरक्षा की भावना बढ़ने लगी थी। इससे परेशान होकर घर की महिलाओं ने अवैध शराब बिक्री करने वाले को ही सबक सिखाने का फैसला किया। शराब पीकर घर के लोगों को परेशान करने, उन्हें गालियां देने के मामले इतने बढ़ गए कि महिलाओं को घर से बाहर निकलकर अवैध शराब बिक्री करने वाले का पर्दाफाश करना पड़ा। गांव की महिलाओं ने इस मुद्दे पर ग्राम सभा में भी आवाज उठाई थी। इस संदर्भ में पिंपलगांव पुलिस स्टेशन में महिलाओं ने शिकायत भी की गई थी, लेकिन पुलिस ने इस मुद्दे पर कोई कार्रवाई नहीं की। 

    चंडी का रूप धारण कर खुद उठाया कदम

    जब महिलाओं ने देखा कि पुलिस इस मुद्दे को गंभीरता से नहीं ले रही है तो महिलाओं ने चंडी का रूप धारण किया और खुद ही शराब बनाने वाले के यहां पहुंचकर उसे घेर लिया। इस दौरान कुछ महिलाओं ने वहां रखी बोतलों को तोड़ डाला और कुछ महिलाओं ने शराब बनाने वाली सामग्रियों को भी इधर-उधर फेंक दिया। इसके बाद ये सभी महिलाएं पिपलगांव बसवंत पुलिस थाने पहुंचीं और अवैध शराब बिक्री करने वाले के खिलाफ अपराध दर्ज करने को कहा। बड़ी संख्या में पुलिस थाने पहुंची महिलाओं का गुस्सा देखकर पुलिस ने तुरंत अपराध दर्ज करना ही बेहतर समझा।     

    गांव में जारी अवैध शराब बिक्री का मामला महिलाओं ने ग्राम सभा के समक्ष उठाया था। ग्रामसभा में इस प्रस्ताव को स्वीकार भी कर लिया गया था। इस संदर्भ में पिंपलगांव पुलिस थाने में रजिस्टर्ड पत्र भी भेजे गए, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। बेहद संजीदे मामले में जब पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई होती नहीं दिखाई दी तो महिलाओं का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया और महिलाओं ने गांव में अवैध शराब बिक्री पर पूरी तरह से ब्रेक लगाने का संकल्प ले लिया।

    -अमोल जाधव, सरपंच, मुखेड़

    गांव में रहने वाले आदिवासी समाज के स्त्री-पुरुष खेती का काम कर अपना निर्वाह करते हैं, लेकिन उनकी देशी शराब पीने की लत के कारण उनका बहुत सा धन बेकार चला जाता है। घर खर्च के लिए पैसे न होने की वजह से उनके घर-परिवार में सदैव तनाव बना रहता था, यह तनाव अक्सर वाद-विवाद और मारपीट में तब्दील हो जाता था।

    -सागर शिंगाडे, सदस्य, ग्राम पंचायत, मुखेड़