Satish Khare

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नासिक: 30 लाख रुपए की रिश्वत (‍Bribe) स्वीकार करने के मामले में गिरफ्तार (Arrested) किए गए जिला उपनिबंधक सतीश खरे (Satish Khare) के बैंक लॉकर्स तोड़े गए हैं, जो खाली मिले। इसलिए रिश्वत प्रतिबंधक विभाग ने अपना मोर्चा फिर से खरे के निवास स्थान की ओर मोड़ दिया। तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान उनके घर से खरे की प्रचलित कार्यशैली के अनुसार आपत्तिजनक दस्तावेज उड़न दस्ते के हाथ लगे। साथ ही और 6 नए बैंक खातों (Bank Accounts) की जानकारी मिली। 

नासिक जिला उपनिबंधक सतीश खरे को विगत 15 मई की रात्रि कॉलेज रोड स्थित उनके निवास स्थान पर 30 लाख रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के बाद गिरफ्तार किया गया था। न्यायालय ने उसे तीन दिन की रिमांड पर एसीबी को सौंप दिया था। गुरुवार को खरे के एक सहकारी बैंक के लॉकर्स की चाबी नहीं होने के कारण उसे तोड़कर खोला गया। विगत 10 वर्षों से इस लॉकर्स का उपयोग हो रहा था। इसमें से जांच अधिकारियों को कुछ नहीं मिला। इसलिए टीम फिर से खरे के निवास पर पहुंची। 

दिनभर चला तलाशी अभियान

दिनभर तलाशी अभियान चलाया गया। इस दौरान उन्हें कई आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। खरे की गिरफ्तारी के बाद उसकी कार्यशैली की खुलेआम चर्चा हो रही है। इससे संबंधित कुछ मामलों से जुड़े दस्तावेज एसीबी के हाथ लगे हैं। 

अब तक 11 बैंक खातों की मिली जानकारी

खरे को गिरफ्तार करने से लेकर रिश्वत प्रतिबंधक विभाग को अब तक 11 बैंक खातों की जानकारी प्राप्त हुई है। इसमें से 8 खातों में से 43 लाख रुपए बरामद किए गए। गुरुवार को फिर से तलाशी ली गई। इस दौरान और 6 बैंक खातों की जानकारी मिली। इसके बाद एसीबी ने संबंधित बैंकों के खरे के खाते को सील करने की सूचना दी।

कार्यालय में भी ली गई तलाशी

जिला उप निबंधक कार्यालय के खरे के दफ्तर की तलाशी ली गई। अधिकारी और कर्मियों से पूछताछ हुई। इस दौरान कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज मिले। खरे के कामकाज की शिकायत अब एसीबी के पास पहुंच रही हैं।