CRIME
File Photo

    Loading

    नाशिक : यहां यशवंतराव चव्हाण ओपन युनिवर्सिटी (Yashwantrao Chavan Open University) के पूर्व कुलसचिव (Registrar) नानासहब कापडणीस (Nanasaheb Kapadnis) और उनके डॉक्टर (Doctor) पुत्र (Son) अमित कापडणीस (Amit Kapadnis) की हत्या (Murder) करने का जुर्म (Crime) आखिर संदिगधों ने कबूल कर लिया है। इस मामले का मुख्य सूत्रधार और होटल व्यवसायिक राहुल जगताप ने 4 दोस्तों की मदद से कापडणीस पिता पुत्र की हत्या की है।

    बताया गया कि इस मामले में एक शेअर्स कंपनी के मॅनेजर का भी हाथ है। कापडणीस के नाशिक की पंडित कॉलीने में 4 फ्लॅट, सावरकर नगर में 2 बड़े बंगले, 97 लाख की शेअर ट्रेडिंग, 50 लाख की एफडी, देवलाली में टोले जंग रो हाऊस, नानावली में 14 लाख की दुकान और इसके अलावा भी कई संपत्तियां हैं। नाशिक में दोनों पिता पुत्र अकेले रहते थे। यह देखते हुए संपत्ती के लोभ में होटल व्यावसायिक राहुल जगताप ने कापडणीस पिता पुत्र को रास्ते से हटा दिया।

    कापडनीस हत्याकांड के मुख्य आरोपी राहुल जगताप ने गिरणारे में नानासाहेब कपडणीस की गला दबाकर हत्या कर दी। मोखाडा घाट में, उसने उनके चेहरे पर स्पिरिट डाल कर उन्हें जला दिया। शरीर से कपड़े इसलिए निकाले गए ताकि कोई पहचान न सके। पुलिस ने कपड़ों को जब्त कर लिया है। उसने शव को कार से बाहर निकाला। उसकी नंबर प्लेट बदल दी। उसने गो फिश होटल के सामने कार खड़ी की थी। उसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। कार में खून के धब्बे भी मिले हैं। विशेष रूप से, कपडणीस के शेयरों की विक्री के पैसों को उसके अपने खाते में भेज दिया गया था। इसलिए पुलिस को शक हुआ और पुलिस ने शेयर कंपनी के मैनेजर को हथकड़ी लगा दी। अंत में, संदिग्ध राहुल जगताप ने कापडणीस की हत्या की बात कबूल कर ली। उसने शेयर ट्रेडिंग कंपनी, सूरज मोरे और विकास हेमके के प्रबंधक प्रदीप शिरसाठ की मदद से पिता और पुत्रों की हत्या की थी। हत्या कर के वह कापडणीस की संपत्ति बेचने जा रहा था। इसका कुछ हिस्सा शिरसाठ, हेमके और मोरे को दिया जाना था। लेकिन उन्होंने कापडणीस के शेयरों की विक्री के पैसे को अपने खाते में भेज दिया। यहीं से पूरा मामला सामने आया।