नाशिक : महानगरपालिका चुनाव (Municipal Elections) के मद्देनजर दिवाली (Diwali) के बाद एक बार फिर से महानगरपालिका (Municipal Corporation) का बुलडोजर (Bulldozer) नाशिक (Nashik) में अतिक्रमण (Encroachment) पर चलेगा। स्थाई समिति की बैठक में गरमागरम चर्चा के बाद यह कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया। नाशिक अपने स्मार्ट सिटी, औद्योगिक शहर, स्वच्छ और सुंदर शहर के लिए जाना जाता है। कोरोना के बाद से महानगरपालिका ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू कर दी है।
नतीजतन, शहर के मुख्य बाजारों जैसे शालीमार, रविवार करंजा, सीबीएस, शरणपुर रोड, गंगापुर रोड, सिडको, में भारी भीड़ होती जा रही है, जहां व्यापारियों ने सड़कों पर अतिक्रमण कर लिया है। कई लोगों ने सड़कों पर अपना कारोबार शुरू कर दिया है, जबकि कई व्यापारियों ने सड़कों पर दुकानें लगा ली है। सब्जी विक्रेताओं ने सड़कों पर स्टॉल लगा रखे हैं। इससे शहर की सुंदरता पर असर पड़ रहा है। सड़कें संकरी हैं। हर तरफ ट्रैफिक जाम है। पिछले दिनों स्थाई समिति की बैठक में यह मुद्दा उठाया गया था। इसे लेकर तीखी नोकझोंक हुई थी। इसलिए अध्यक्ष गणेश गीते ने दीपावली के बाद दस दिन के भीतर अतिक्रमण पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। अपर आयुक्त सुरेश खाड़े के हॉल में बैठक की गई। उन्होंने बैठक में सोमवार से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू करने का आदेश दिया है।
महानगरपालिका की स्थाई समिति की बैठक में काफी विवाद हुआ। गंगापुर रोड शहर के विकसित और पॉश हिस्से के रूप में जाना जाता है। लेकिन यहां अतिक्रमण के कारण लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। योगेश हिरे ने ऑल इंडिया रेडियो टावर के पास सब्जी विक्रेताओं के धरने का मुद्दा उठाया। इन वेंडरों की महानगरपालिका के कर्मचारियों के साथ सेटिंग है, एैसा खुद यहां के व्यापारी बताते हैं। इसलिए उन पर कार्रवाई नहीं होती। उन्होंने अवैध सब्जी विक्रेताओं को नहीं हटाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी। माधुरी बोलकर ने सातपुर में खुली जगह पर अतिक्रमण का मुद्दा उठाया। प्रतिभा पवार ने कहा कि सिडको के उनके वार्ड में अतिक्रमण हो रहा है। आए दिन सड़क पर एक नया अतिक्रमण दिखाई देता है। इसलिए स्थाई समिति के अध्यक्ष ने दिवाली के बाद इन अतिक्रमणों पर कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं।