यावल : राजस्व विभाग (Revenue Department) में विभिन्न रिक्त पदों (Vacancies) को तत्काल भरने की मांग को लेकर राजस्व कर्मचारी संघ (Revenue Employees Union) ने चार अप्रैल (April) से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की है। इस राज्यव्यापी हड़ताल से राजस्व विभाग का काम पूरी तरह से ठप हो गया है और तहसील कार्यालय प्रभावित हुआ है। राज्य के राजस्व कर्मियों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर आंदोलन का हथियार उठाया है। हड़ताल शुरू हुए नौ दिन बीत चुके हैं और येवला और तहसील कार्यालय का कामकाज पूरी तरह ठप हो गया है।
नागरिकों को तहसील कार्यालय में शैक्षणिक और अन्य दस्तावेज, भूमि या अन्य दस्तावेज, जाति प्रमाण पत्र, जयंती समारोह के दौरान आवश्यक परमिट और केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आवश्यक दस्तावेजों की पूर्ति के लिए काम करना आवश्यक है। हालांकि, हड़ताल के कारण, इन सभी गतिविधियों में देरी हुई है और नागरिक प्रभाव महसूस कर रहे हैं।
राज्य में राजस्व सहायकों के पद काफी हद तक रिक्त हैं और एक राजस्व सहायक के पास दो से तीन संग्रह की अतिरिक्त जिम्मेदारी है। नतीजतन, कर्मचारी बहुत तनाव में हैं और राजस्व सहायकों की भर्ती के लिए सरकार के लगातार प्रयास करने के बाद भी भर्ती से बचा जा रहा है। देखा जा रहा है कि शीर्ष लिपिक, बोर्ड अधिकारी संवर्ग से उप तहसीलदार संवर्ग में पदोन्नति का प्रस्ताव मंत्रालय में डेढ़ से दो साल से लंबित है। इस आंदोलन में लिपिक, शीर्ष लिपिक और चपरासी संवर्ग शामिल हो गए हैं।