Kotamgaon temple will remain closed during Navratri celebrations

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    येवला. मंदिर (Temple) के ट्रस्ट और प्रशासन (Administration) ने तहसील में कोरोना रोगियों (Corona Patients) की बढ़ती संख्या के कारण लगातार दूसरे वर्ष नवरात्र समारोह के दौरान कोटमगांव में जगदंबा मंदिर को बंद रखने का निर्णय लिया है। जगदंबा ट्रस्ट कोटमगांव ग्राम पंचायत और प्रशासन ने श्रद्धालुओं से मां जगदंबा के दर्शन करने कोटमगांव न आने की अपील की है।

    कोटमगांव बुद्रुक की ग्राम पंचायत ने पिछले साल की तरह भक्तों के दर्शन के लिए मंदिर को बंद रखने का संकल्प ग्राम सभा को दिया था। ट्रस्ट ने भी इस संबंध में तहसीलदार को पत्र देकर निर्णय लेने की विनंती की थी जिसके अनुसार तहसिल कार्यालय में तहसीलदार प्रमोद हिले ने एक बैठक बुलाई थी। इस बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष रावसाहेब कोटमे, विश्वस्त भाऊसाहेब आदमाने, व्यवस्थापक राजेंद्र कोटमे और स्थानिक पत्रकार शामिल थे। बैठक के दौरान मंदिर ट्रस्ट ने तहसीलदार हिले को पत्र सौंपा और कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर मंदिर को खुला रखने का निर्णय ग्राम पंचायत ने लिया है। कोटमे ने कहा कि ग्राम पंचायत द्वारा मंदिर को बंद करने का निर्णय सही है और कहा कि तहसील में कोरोना रोगियों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है।

    मरीजों की संख्या बढ़ने का डर

    आज तहसील में 100 से अधिक कोरोना मरीज हैं। नवरात्रोत्स के दौरान मंदिर खुले रखे गए तो भक्तों की भीड़ होगी और मरीजों की संख्या बढ़ने का डर लगा रहेगा। कोटमगांव की यात्रा भी पूरे राज्य में प्रसिद्ध है। यहां पूरे राज्य से भक्त दर्शन के लिए आते हैं। मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन के पास नियंत्रण रखने के लिए कर्मचारियों की संख्या ना होने से मंदिर बंद रखना ही सही पर्याय हो सकता है। एैसा निर्णय तहसीलदार प्रमोद हिले ने लिया।

    नवरात्रोत्सव में बंद रखने के निर्देश 

    इस बैठक में कोटमगांव में मंदिर की ओर जाने वाले सभी मार्ग पर बॅरिकेट्स लगा कर नवरात्रोत्सव में बंद रखने के निर्देश पत्र द्वारा शहर पुलिस को देने के आदेश नायब तहसीलदार ने दिए। शहर पुलिस थाना में भी पुलिस निरीक्षक भगवान मथुरे, सहाय्यक पुलिस निरीक्षक नितीन खंडागळे की उपस्थिती में ट्रस्ट के अध्यक्ष, विश्वस्त, ग्रामपंचायत सदस्यों की बैठक ली गई। या बैठक में भी मंदिर बंद रखने पर सहमती जताई गई। बैठक में ट्रस्ट के अध्यक्ष रावसाहब कोटमें, विश्वस्त भाऊसाहब आदमाने, शरद लहरे, व्यवस्थापक राजेंद्र कोटमें, संतोष परदेशी उपस्थित थे।