लासलगांव: पिछले एक पखवाड़े से प्याज के थोक और फुटकर दोनों भावों में बड़ी तेजी से कमी आई है। इससे किसानों के आंसू छलक पड़े हैं। हर दिन भाव गिरने से किसानों की आर्थिक सेहत पर बुरा असर पड़ रहा है। एक तरफ हर दिन महंगाई बढ़ रही है तो दूसरी ओर प्याज के गिरते भाव ने किसानों की आंखें सफेद कर दी हैं। किसानों का कहना है कि अगर प्याज के भाव में इसी तरह की गिरावट जारी रही तो उत्पादन खर्च भी नहीं निकल पाएगा।
एक माह पूर्व प्याज को मिल रहे भाव और आज प्याज को मिले भाव में जमीन आसमान का अंतर है। प्याज के गिरते भाव ने किसानों के आंखों से आंसू निकाल दिए हैं।
प्याज की कीमतें गिरी
लासलगांव बाजार समिति में ग्रीष्मकालीन प्याज की रिकॉर्ड आवक हुई है। इससे प्याज की मांग कम हो गई है, जिसका असर उसके भाव पर पड़ रहा है। लासलगांव कृषि उपज मंडी समिति में शुक्रवार को लाल प्याज 7,500 रुपए क्विंटल न्यूनतम भाव पर बिका।