Lasalgaon Unseasonal rain caused damage to crops, difficult to meet production expenses

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    लासलगांव : बुधवार (Wednesday) की मध्यरात्री तीन बजे के आसपास नाशिक जिले (Nashik District) के विभिन्न इलाकों में जोरदार बारीश (Heavy Rain) हुई। इसमें कृषि फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ। किसानों को आर्थिक नुकसान भरपाई की चिंता सता रही है। उनका मानना है की, बची हुई फसल से उत्पादन खर्च निकलना संभव नहीं है। लासलगांव परिसर (Lasalgaon complex) के पिंपलगांव कि  निवासी महिला प्याज उत्पादक किसान शोभा गायकवाड़ ने बताया की, इस बारीश से अंगूर सहित प्याज की फसल का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार नाशिक शहर और उपनगरों के विभिन्न इलाकों में मध्यरात्री बिजली की कड़कड़ाहट के साथ करीब 40 मिनट तक मूसलाधार बारीश हुई।

    निफाड़ तहसील में जोरदार हवा चली। इसके बाद बारीश हुई। चांदोरी में ओलावृष्टी हुई। जहां पर दो घंटो से अधिक जोरदार बारीश हुई। लासलगाव कृषि मंडी समिति के यंत्र पर 14 मिलीमीटर बारीश दर्ज हुई। वर्तमान में लासलगांव, वेलापूर, पिंपलगांव नजीक, ब्राह्मणगाव (विंचूर), टाकली, पाचोरे खुर्द, पाचोरे बुद्रुक, कोटमगाव, विंचूर में प्याज निकालने का कार्य चल रहा है। खेती में फसल रखी हुई थी, जिसका अधिक नुकसान हुआ। पिछले 15 दिनों में प्याज के दामों में करीब 1 हजार रुपए की गिरावट आई है। प्याज को औसत रूप से 1300 रुपए का दाम मिल रहा है। इस बीच, भारी बारीश होने से बची हुई प्याज कावड़ियों के दामों में बचने के लिए किसान मजबूत होगा। प्याज का उत्पादन खर्च निकलना मुश्किल होने की बात राजाराम सोनवणे और महिला प्याज उत्पादक किसान शोभा गायकवाड़ ने कहीं। किसान नुकसान भरपाई देने की मांग कर रहे है। कोरोना के कारण विगत दो वर्षो में अंगूर कम दामों में विक्री करने की नौबत किसानों पर आई है। निफाड़ तहसील के अंगूर उत्पादकों की यही स्थिति रही।

    इस बार ठंडी के मौसम में किसानों ने अलाव जलाकर अंगूरों को बचाया, लेकिन इस सप्ताह में मंगलवार को अचानक मौसम ने पलटी मारी। बुधवार की मध्यरात्री निफाड़ में बारीश हुई। चांदोरी में आलोवृष्टी हुई। ब्राह्मणगाव में जोरदार बारीश होने से अंगूर के बगीचे का नुकसान हुआ। पाचोरे खुर्द में वाल्मीक गायकवाड़ की दो एकड़ जमीन पर बनाया अंगूर का बगिचा तुफानी हवा के साथ जमीनदोज हुआ। अंगूर उत्पादक किसान सुनील गवली के बगीचे का 20 से 25 रुपए से व्यवहार हुआ था। मंगलवार को अंगूर उतारने का कार्य शुरू हुआ था, लेकिन बुधवार बारीश होने के बाद व्यापारी ने फसल उतारने के लिए प्रतिसाद नहीं दिया। अब, फसल 8 से 10 रुपए से बिक्री करने की मांग कर रहे है। निर्णय लेने को लेकर किसान सुनिल गवली के सामने कशमकश बनी हुई है।

    गेहूं के दामों तेजी की संभावना 

    रशिया-युक्रेन में हो रही जंग के कारण विश्व को गेहूं की आपूर्ति करने वाले युक्रेन की अवस्था दयनीय हुई है। देशांतर्गत गेहूं का बाजार गर्म हो चुका है। दरमियान बुधवार को हुई तूफानी बारीश के कारण गेहूं की फसल प्रभावित हुई। गेंहूं के दाणे काले पड़ने और उस पर बुरशी चढ़ने की संभावना गेंहूं उत्पादक किसान किशोर कुटे ने जताई है। गेहूं के दामों में तेजी आने की बात कहीं जा रही है।

    मिर्च की फसल प्रभावित

    लासलगांव मंडी समिति की उप मंडी  खानगाव  मिर्च के हाब रूप में सामने आ रही है। खानगाव सहित परिसर के गांवों में जोरदार बेमौसमी बारीश हुई। इससे मिर्च के फूल गिर गए। फसल प्रभावित हुई। मिर्च की फसल के लिए किसानों ने बड़ी राशि खर्च की है। इसलिए मिर्च के उत्पादन में भी कमी आने की संभावना मिर्च उत्पादक किसान एकनाथ गारे ने जताई है।