Serum Institute of India seeks approval for 'booster dose' of covidshield vaccine amid Omicron variant concerns
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    नाशिक : कोरोना प्रतिबंधक बूस्टर डोज (Booster Dose) मुफ्त देने के सरकार के निर्णय का जिले के ग्रामीण क्षेत्र (Rural Area) में ज्यादा असर देखा जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों ने सरकार (Government) के इस निर्णय का स्वागत किया और डोज लेने में वे रूचि भी दिखा रहे हैं। बूस्टर डोज लेने के प्रति लोगों की उत्सुकता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिले में पहले ही दिन लगभग 7000 लोगों ने यह डोज लिया। बूस्टर डोज लेने वाले जिले के 7000 लोगों में शहरी नागरिक केवल 1963 हैं। 

    देश के कुछ राज्यों में कोविड-19 के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। महाराष्ट्र में भी मरीजों के बढ़ने की दर बहुत कुछ दिनों में ज्यादा ही बढ़ी है। नाशिक जिले में हर दिन 80 से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। 

    टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा

    कोरोना पॉजिटिव मरीजों में हुई यह वृद्धि चिंताजनक है और इस पर अंकुश लगाने के लिए कोरोना डायग्नोस्टिक टेस्ट को एक महीने के लिए बढ़ा दिया गया है। चूंकि कोरोना वैक्सीन एक आशाजनक समाधान है, इसलिए सरकार और स्वास्थ्य प्रणालियों की ओर से भी इस टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है। इस बीच कोरोना वायरस की गंभीरता कम होने से नागरिकों को राहत मिली है।  

    राज्य सरकार ने बूस्टर डोज मुफ्त देने का फैसला किया है और शुक्रवार से इसका क्रियान्वयन शुरू हो गया और पहले ही दिन 6,935 लोगों ने बूस्टर डोज लिया, दूसरी खुराक लेने के बाद छह महीने या 26 सप्ताह बाद बूस्टर खुराक ली जा सकती हैं, ऐसे नागरिकों को कोविड वैक्सीन की तीसरी खुराक लेकर अपनी सुरक्षा करनी चाहिए।- गणेश मिसाल, समन्वयक, (जिला कोविड टीकाकरण)