Onion
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नासिक: केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार (Dr. Bharti Pawar) ने कहा है कि राज्य के किसानों (Farmers) को राहत देने के लिए नाफेड (NAFED) के माध्यम से ग्रीष्मकालीन प्याज (Onions) की खरीदी 1 जून से शुरू हो जाएगी। केंद्रीय मंत्री डॉ. भारती पवार और विधायक डॉ. राहुल आहेर, प्याज उत्पादक संघों के प्रतिनिधि और किसान प्याज बिक्री केंद्र के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित रहेंगे। डॉ. पवार ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के नेतृत्व में केंद्र सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार प्रयास कर रही है और राज्य में नाफेड और भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ लिमिटेड (NCCF) के सहयोग से तीन लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदने का लक्ष्य रखा गया हैं।

नाफेड के माध्यम से प्याज खरीदने के लिए कई किसान संगठनों और प्याज उत्पादकों द्वारा किए गए लगातार फॉलोअप को ध्यान में रखते हुए केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात की गई और प्याज की गिरती कीमत को देखते हुए नाफेड के माध्यम से प्याज खरीद की प्रक्रिया को तुरंत लागू करने का आग्रह किया गया। इस आग्रह के बाद 1 जून से जिले के 14 संघों और पंजीकृत कृषक उत्पादक कंपनियों के माध्यम से नासिक के साथ-साथ पुणे, छत्रपति संभाजीनगर, बीड, धाराशिव में ही प्याज बिक्री केंद्रों का निर्माण किया जाएगा।

अहमदनगर जिले में भी शुरु की जाएगी खरीद 

केंद्रीय मंत्री डॉ। पवार ने बताया कि अहमदनगर जिले में भी वास्तविक प्याज खरीद शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि नाफेड और एनसीसीएफ तीन लाख मीट्रिक टन प्याज खरीदेंगे और नाफेड कीमत बढ़ाने के लिए नहीं, बल्कि उपभोक्ता मामलों के विभाग (डीओसीए) के निर्देशों के अनुसार खुदरा बाजार में प्याज की कीमत बढ़ने की स्थिति में उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए खरीद रहा है। उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय, भारत सरकार प्याज का स्टॉक बनाने के लिए मूल्य स्थिरीकरण कोष योजना के तहत प्याज की खरीदी की जाती है।

महाराष्ट्र में इस बार भारी मात्रा में प्याज का उत्पादन

महाराष्ट्र में इस बार भारी मात्रा में प्याज का उत्पादन हुआ है। नासिक जिले में राज्य की 80 फीसदी प्याज खरीदी और बेची जाती है। इससे कीमत प्रभावित होती है और कीमत में गिरावट के कारण किसानों को प्याज कम कीमत पर बेचना पड़ता है। केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ. भारती पवार ने जानकारी दी है कि भारत सरकार के उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्रालय ने भी ऐसी विपरीत परिस्थिति में किसानों की मदद के लिए कदम आगे बढ़ाया है।

प्याज किसानों के चेहरे खिले

गौरतलब है कि इस वर्ष बेमौसम वर्षा के कारण प्याज उत्पादकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा है। किसानों ने मंडी समिति के साथ-साथ विधायकों से सरकार द्वारा समर्थन मूल्य देने की मांग की थी। नाफेड द्वारा प्याज खरीदने की भी मांग किसानों की ओर से की गई थी, लेकिन नाफेड ने ग्रीष्मकालीन प्याज खरीदने से साफ इंकार कर दिया था। एक तरफ सरकार, दूसरी तरफ व्यापारी तथा तीसरी तरफ नाफेड द्वारा भी प्याज उत्पादक किसानों को छला गया। रही सही कसर मौसम ने पूरी कर दी। बेमौसम वर्षा के कारण किसानों को जो भी भाव मिला, उसमें प्याज बेचने पर मजबूर होना पड़ा है। नाफेड द्वारा 1 जून से प्याज खरीदने की घोषणा के बाद किसानों के चेहरे खिल गए हैं। 

किसानों को मिलेगी बड़ी राहत

किसानों ने केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ। भारती पवार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि डॉ. पवार हर मौके पर हम किसानों के साथ खड़ी रहती हैं। मौसम की मार के बीच अगर किसी केंद्रीय नेता का साथ मिलता है तो किसानों की हर समस्या का समाधान हो जाता है। मई माह भीषण गर्मी के बीच बिताने के बाद जून का पहला दिन भले ही मई जैसा गर्म होगा, लेकिन नाफेड द्वारा प्याज की खरीदी शुरू होने से किसानों को बड़ी राहत मिलेगी।