नाशिक : कोरोना (Corona) प्रतिबंध (Restrictions) से मुक्त (Free) होने के लिए आवश्यक होने वाला टीकाकरण (Vaccination) कम होने से नाशिक (Nashik) सहित राज्य के 14 जिलों में प्रतिबंध कायम रखे गए थे। लेकिन नाशिक महानगरपालिका (Nashik Municipal Corporation) कार्यक्षेत्र में सरकार द्वारा निश्चित किए गए टीकाकरण का निकष पूर्ण होने के बाद शहर कोरोना प्रतिबंध से मुक्त होने वाला है। इसके चलते शहरवासियों को राहत मिलने वाली है।
इस बारे में दो दिनों में अधिकृत आदेश जारी होंगे। तो ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिबंध कायम रहेंगे। यह जानकारी पालकमंत्री छगन भुजबल ने दी। गौरतलब है कि राज्य में कोरोना पीड़ितों की संख्या कम होने से राज्य में लागू किए गए कोरोना के प्रतिबंध धीरे-धीरे शिथिल किए जा रहे है। प्रतिबंध शिथिल करते समय पहला टीका 90 प्रतिशत तो दूसरा टीका 70 प्रतिशत लेने के बाद संबंधित जिले के प्रतिबंध शिथिल किए जा रहे है। लेकिन नाशिक में पहला टीका 86 तो दूसरा टीका 62 प्रतिशत नागरिकों ने लेने से प्रतिबंध कायम रखे गए थे। इसके चलते विवाह समारोह, सिनेमा गृह, नाटय गृह, रेस्टॉरंट, राजनीतिक कार्यक्रम की संख्या 50 प्रतिशत की गई थी। लेकिन शहर में टीकाकरण का निकष पूर्ण करने के बाद भी प्रतिबंध कायम रखे गए थे, जिसे हटाने की मांग नागरिक कर रहे थे।
शुक्रवार को पालकमंत्री छगन भुजबल की उपस्थिति में जिलाधिकारी कार्यालय में हुई बैठक में भुजबल ने प्रधान सचिव असीम कुमार गुप्ता से फोन पर चर्चा की। शहर में पहला टीका 90 प्रतिशत तो दूसरा टीका 72 प्रतिशत नागरिकों ने लेने की जानकारी दी। इसके तहत शहर कोरोना प्रतिबंध से मुक्त करने का निर्णय बैठक में लिया गया। लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिबंध कायम रहेंगे, जिसे शिथिल करने के लिए टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाने की सूचना अधिकारियों को दी। बैठक में जिलाधिकारी गंगाथरन डी., जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी लीना बनसोड, पुलिस आयुक्त दीपक पाण्डेय, पुलिस अधीक्षक सचिन पाटिल, जिला शल्यचिकित्सक डॉ. अशोक थोरात आदि उपस्थित थे।