मालेगांव : दीपावली (Diwali) का त्यौहार (Festival) मनाने के लिए मामा के घर आए 7 वर्षीय बालक (Boy) की छत (Ceiling) पर लटकने वाली 11,000 उच्च दाबाव के तार का झटका लगने से मौत हो गई। यह घटना भायगाव परिसर के मुक्ताईनगर में सामने आई। इस घटना से परिसर में शोक का माहौल पसर गया है। भरत चित्ते के मकान पर पिछले अनेक वर्षों से यह उच्च दबाव की बिजली प्रवाहित करने वाली बिजली के तार लटक रहे है, जिसके कारण दुर्घटना होने की संभावना व्यक्त करते हुए संबंधित तार तत्काल हटाने की मांग चित्ते परिवार सहित आस पास के नागरिकों ने की थी, लेकिन उसे बिजली वितरण कंपनी ने लगातार नजर अंदाज किया। परिणामस्वरूप 7 वर्षीय बालक की मौत हो गई।
इस घटना के लिए पूरी तरह से महावितरण जिम्मेदार होने का आरोप दुर्घटनाग्रस्त परिवार ने किया है। इस मामले में मुक्ताईनगर परिसर के नागरिकों ने आंदोलन करने के संकेत दिए है। भायगाव परिसर के मुक्ताईनगर निवासी मनोज भटू डोंगरे के पास चर्च गेट परिसर निवासी हितेश कृष्णा डोंगरे (7) यह भांजा दीपावली का त्यौहार मनाने के लिए परिवार के साथ आया था। इस बीच हितेश खेलने के लिए मामा के घर की छत पर पहुंचा, वहीं लटकी हुई तार से धक्का लगा। एक जोरदार आवाज हुई। जिसमें बिजली का झटका लगने से हितेश गंभीर रूप से घायल हुआ।
जबकी, भरत चित्ते के घर के सभी इलेक्ट्रानिक उपकरण जलकर खाक हो गए। अचानक लाईट बंद होने के बाद परिवार के लोग छत पर पहुंचे। इसके बाद उन्हें गंभीर अवस्था में पड़ा हुआ हितेश दिखाई दिया, जिसे तत्काल प्राथमिक इलाज के लिए मालेगांव और बाद में नाशिक के अस्पताल में भर्ती किया। जहां से उसे मुंबई स्थित वरली के अस्पताल में भेजा गया, लेकिन इलाज के दौरान हितेश ने दमतोड़ दिया। इस घटना से परिसर में शोक व्याप्त है। नागरिक अक्रोशित है।