90 percent of restaurants will be closed due to latest guidelines issued in Maharashtra, government must give damages caused: Association
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    नाशिक :  कोरोना (Corona) की दूसरी लहर (Second Wave) शांत पड़ने के कई महीने बाद सब कुछ सामान्य हो रहा था। होटल, सिनेमा हॉल (Cinema Halls) को खोलने की परमिशन (Permission) दी गई थी। अभी शहर के तमाम होटल (Hotel) ठीक से अपना कारोबार (Business) शुरू भी नहीं कर पाए थे कि कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रोन ने दस्तक दे दी।

    अब स्थिति ऐसी है कि नाशिक में कोरोना मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। जिसकी वजह से ओमिक्रोन के संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है। इसे लेकर होटल मालिक चिंतित हो गए है। उनके सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि होटल खुला रखना है या फिर से बंद करना है। खासकर नव वर्ष की पूर्व संध्या और नव वर्ष पर होटल खुले रहेंगे या बंद, इसे लेकर असमंजस की स्थिति बन गई है। क्योंकि रात 9 बजे के बाद होटलों के खुले रहने पर रोक लगा दी गई है।  

    सरकार ने लगाए कुछ प्रतिबंध 

    राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार ने संक्रमण को रोकने के लिए कुछ प्रतिबंध लगाए हैं। इसके तहत होटल व्यवसायियों को 50 फीसदी बैठने की क्षमता के साथ परमिशन दी गई है। होटल का कारोबार काफी समय के बाद अपने पूर्व की स्थिति में लौट रहा था। लेकिन सरकार द्वारा जारी की गई नई नियमावली के मुताबिक होटल रात 9 बजे बंद करना होगा। होटल व्यवसायी नियमों को लेकर खुद को असहाय महसूस कर रहे है। उनका कहना है कि ऐसी स्थिति रही तो कारोबार बंद करना होगा। होटल कारोबारियों के सामने पिछले दो वर्षों से ऐसी ही स्थिति है।  जबकि अधिकतर होटल व्यवसायियों ने वैक्सीन की दोनों डोज ले ली है।

    कोरोना के नए नियमों की वजह से होटल कारोबारियों के सामने विकट स्थिति पैदा हो गई है। होटल का कारोबार सीजनल है। सीजन में होटल रात 8 से 11 बजे तक बंद रहेगा। तो सवाल खड़ा हो रहा है कि क्या होटल खोलने से पहले बंद करना होगा।

    - गौरव चांडक, अध्यक्ष, होटल एसोसिएशन

    फिर से होटलों पर न लग जाए ताले

    होटल व्यवसायियों को कोरोना की दूसरी लहर के समय की स्थिति की याद आ रही है। उन्हें लग रहा है कि सरकार के नियम इसी तरह बढ़ते रहे तो उन्हें होटलों पर फिर से ताले लगाने पडेंगे। इसे लेकर होटल कारोबारियों में भारी चिंता है और सरकार से होटल कारोबार को जिंदा रखने के लिए प्रतिबंध नहीं लगाने की मांग कर रहे हैं।