अब नासिक के करेंसी नोट प्रेस में छपेंगे नेपाल के नोट, एक साल में होगी इतने नोटों की छपाई

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    नासिक रोड : नासिक रोड (Nashik Road) के करेंसी नोट प्रेस (Currency Note Press) को नेपाल (Nepal) के एक हजार रुपए के 430 मिलियन और 50 के 300 मिलियन ऐसे 730 मिलियन नोट छपाई का काम मिला है। इस बारे में हाल ही में नेपाल के साथ अनुबंध हुआ है। नेपाल की नोट के साथ अपने देश के 5300 मिलियन नोट छपाई का भी काम मिलने से प्रेस कामगारों में उत्साह देखा जा रहा है। यह सभी नोट एक साल में छापी जाएगी। 

    विशेष यह है कि चीन को पीछे धकेलते हुए नेपाल के एक हजार रुपए के नोट और फ्रांस को पीछे धकेलते हुए नेपाल के 50 रुपए की नोट छपाई का काम नासिक के करेंसी नोट प्रेस को मिला है, जो अपने आप में एक बड़ी बात है। बता दें कि नोटबंदी के समय एक वर्ष अवकाश न लेते हुए प्रेस कामगारों ने अब्जावधी नोट छापकर हवाई सेवा, रेल के माध्यम से देशभर नोट भेजे थे। इस कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रेस नेताओं का दिल्ली में सम्मान किया था। कोरोना काल खत्म होते ही केंद्र सरकार ने डिजिटल करेंसी यानी की डिजिटल रुपए छपाई का काम प्रायोगिक तर्ज पर शुरू करने से प्रेस कामगार चिंता में डूब गए थे। 

    भविष्य में डिजिटल रुपए के चलते बैंकिंग और नोट प्रेस क्षेत्र के रोजगार पर विपरीत परिणाम होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। इसलिए केवल देश के नोट छापने के बजाए अन्य छोटे-छोटे देश के नोट छपाई का काम मिलने के साथ अन्य कामकाज मिलने के लिए प्रेस मजदूर संघ ने प्रेस व्यवस्थापन को अपील की थी, जिसे व्यवस्थापन ने सकारात्मक प्रतिसाद दिया और नेपाल की नोट छपाई के लिए अनुबंध किया। 

    रिजर्व बैंक ने शुरू की खुद की नोट छापने की फैक्ट्री 

    यह जानकारी आइएसपी-सीएनपी प्रेस मजदूर संघ के महासचिव जगदीश गोडसे और कार्याध्यक्ष ज्ञानेश्वर जुंद्रे ने दी। प्रेस और प्रेस कामगारों का अस्तित्व बरकरार रखने के लिए समय-समय पर प्रेस मजदूर संघ नीति अपना रहा है। पासपोर्ट, मुद्रांक, धनादेश, लिकर सील छापने वाले आइएसपी और एक रुपए से 500 रुपए तक नोट छापने वाले सीएनपी प्रेस के मशीन का आधुनिकीकरण करने की मांग मजदूर संघ ने की थी। इसके तहत आधुनिकीकरण का काम शुरू हो गया है, रिजर्व बैंक ने खुद का नोट छपाई का कारखाना शुरू किया। ऐसे में केंद्र सरकार ने डिजिटल रुपए बनाने का काम भी शुरू किया, जिसे ध्यान में रखते हुए अन्य देशों के नोट छापाई का काम मिलने के लिए प्रेस प्रशासन ने प्रयास शुरू किए। ऐसे में नेपाल के नोट छपाई का कार्य मिला है।