अब घर बैठे नहीं होगी कोरोना की जांच, मेडिकल चालक को मिली सख्त चेतावनी, महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग ने जारी किया निर्देश

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    नाशिक : अब घर में ही कोरोना टेस्ट (Corona Test) कराना महंगा पड़ सकता है। नाशिक (Nashik) के सरकारी दफ्तरों (Government Offices) में रजिस्ट्रेशन (Registration) के अनुसार कोरोना के आंकड़े तेजी से बढ़ रहे है। लेकिन कई लोग मेडिकल से कोरोना किट (Corona Kit) खरीदकर खुद से टेस्ट (Test) कर रहे है। इस वजह से नागरिकों के कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) होने के बाद भी इसकी जानकारी महानगरपालिका (Municipal Corporation) को नहीं मिल पा रही है। ऐसे में प्रत्यक्ष रूप से शहर में कितने प्रतिशत कोरोना मरीज है इसकी सही जानकारी नहीं है। लेकिन अब महानगरपालिका के स्वास्थ्य विभाग की नींद खुल गई है। विभाग ने मेडिकल चालकों को फटकार लगाते हुए कई निर्देश दिए है।

    महानगरपालिका स्वास्थ्य विभाग ने सभी मेडिकल चालकों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि किसी भी ग्राहक को कोरोना टेस्ट किट बेचा है तो उसकी पूरी जानकारी मेडिकल मालिक को होनी जरूरी है। इसके लिए उन्हें ग्राहकों का आधार नंबर,  मोबाइल नंबर लेने के बाद संबंधितों को कितना किट दिया जा सकता है। इसके निर्देश दिए गए है। ऐसे में घर में की गई जांच में अगर कोई व्यक्ति पॉजिटिव आते है और उसे छिपाते है तो संबंधित व्यक्ति के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकती है। इसके साथ ही इसके लिए मेडिकल चालक को भी जिम्मेदार माना जा सकता है।

    कोरोना मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी बढ़ने की आशंका

    दूसरी तरफ राज्य टास्क फोर्स और मुख्य सचिव द्वारा की गई समीक्षा में 12 से 15 जनवरी के दौरान कोरोना मरीजों की संख्या डेढ़ गुनी बढ़ने की आशंका व्यक्त की गई थी। एहतियात के तौर पर नाशिक जिले में 16 कोविड केयर सेंटर फिर से खोले गए हैं। नाशिक जिला अस्पताल के साथ-साथ मालेगांव जिला अस्पताल, पिंपलगांव अस्पताल, कलवण, नांदगांव, येवला, इगतपुरी, वणी, सुरगाणा, पेठ में कोविड सेंटर शुरू किए गए है। यहां करीब 1800 बेड उपलब्ध हैं। इसमें ऑक्सीजन और वेंटिलेटर भी है। कोरोना मृतक के वारिसों को आश्रय अनुदान का वितरण शुरू हो गया है और नाशिक जिले में 304 मृतकों के वारिसों के खाते में 50-50 हजार रुपये जमा कराये गए हैं। समझा जा रहा है कि जल्द ही जिनके आवेदनों को मंजूरी मिल गई है, उनके खातों में राशि जमा कर दी जाएगी।