नाशिक : राज्य में भले ही अब कोरोना मरीजों (Corona Patients) की संख्या (Number) कम हो रही लेकिन नाशिक जिले में कोरोना सक्रिय मरीजों (Active Patients) की संख्या बढ़ रही है। जिले की येवला तहसील में कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या चिंता बढ़ा रही है। जिले में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या में 60 फीसदी की वृद्धि हुई है, वर्तमान में पूरे नाशिक जिले में कोरोना के सक्रिय मरीजों की यह संख्या 600 से ऊपर पहुंच गई है। जिले में फिलहाल 617 मरीजों का इलाज चल रहा है। एक तरफ जहां नए कोरोना मरीज मिल रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कोरोना मुक्त मरीजों की संख्या में भी तुलनात्मक रूप से कमी आई है।
नासिक ग्रामीण क्षेत्र के 1101 मरीज
नाशिक महानगरपालिका क्षेत्र में 56 रोगियों, नाशिक ग्रामीण क्षेत्र में 29 रोगियों ने कोरोना वायरस की जांच के लिए परीक्षण कराया। जिले के बाहर के चार लोग कोरोना से संक्रमित बताए गए हैं। मालेगांव महानगरपालिका क्षेत्र में कोई नया संक्रमित नहीं मिला है। इसलिए मालेगांव के लोगों ने राहत की सांस ली है। जिले में वर्तमान में इलाज करा रहे 617 मरीजों में से 301 मरीज नाशिक ग्रामीण क्षेत्र के हैं, जबकि नाशिक शहर क्षेत्र में 245, मालेगांव शहर क्षेत्र में 41, जिले के बाहर 30 मरीजों का इलाज चल रहा है। नाशिक ग्रामीण क्षेत्र के 1101, नाशिक शहर के 134, मालेगांव के 144 मरीजों की रिपोर्ट आनी अभी शेष है। जिले में कोरोना पॉजिटिविटी रेट 3.49 फीसदी था।
अन्य बीमारियों ने भी बढ़ाई चिंता
नाशिक महानगरपालिका क्षेत्र में सकारात्मकता दर सात प्रतिशत दर्ज की गई। कोरोना पाजिटिव मरीजों की बढ़ती संख्या ने चिंता बढ़ा रही है। कोरोना के सक्रिय मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच मानसूनी बीमारियों के कारण भी नाशिकवासियों की चिंता बढ़ रही है। डेंगू-चिकन गुनिया के मरीजों का बढ़ता ग्राफ भी चिंता बढ़ रहा है। हालांकि अभी मलेरिया की स्थिति सामने नहीं आई है, लेकिन पिछले दिनों शहर और जिले में हुई भारी बरसात के बाद इस बात के प्रबल आसार हैं कि मलेरिया रोग सिर उठा सकता है। हालांकि नाशिक महानगरपालिका ने संक्रामक रोगों के फैलाव को रोकने के प्रयास शुरू कर दिए हैं, लेकिन अगर सतर्कता नहीं बरती गई तो मानसूनी बीमारियां भी सिर उठा सकती हैं।