प्याज उत्पादकों को दिए जाएं 3000 रुपए

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    चांदवड : नाशिक जिले (Nashik District) में प्याज किसानों (Onion Farmers) की प्रमुख फसल है। मौजूदा दौर में प्याज की फसल के बाजार भाव (Market Price) से अधिक होने से किसानों को नुकसान हो रहा है, इसके चलते चांदवड तहसील कांग्रेस पार्टी (Congress Party) के पदाधिकारियों ने एक ज्ञापन के माध्यम से चांदवड के नायब तहसीलदार अमित पवार से अनुरोध किया है कि केंद्र सरकार प्याज का बाजार मूल्य 3000 रुपए दिया जाए। ज्ञापन में कृषि के लिए आवश्यक रासायनिक उर्वरकों, दवाओं, श्रम, परिवहन आदि की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है, उसकी तुलना में कृषि उत्पादों को सस्ते दामों पर बेचा जा रहा है। वैकल्पिक रूप से किसानों के लिए भुखमरी और कर्जे का समय आ गया है। किसानों को इस स्थिति से उबरने के लिए केंद्र सरकार अगर किसानों को सब्सिडी देती है तो मदद मिलेगी। 

    केंद्र सरकार हमेशा किसानों के हाथों में कृषि उपज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाकर बाजार मूल्य को कम कर रही है, इससे किसानों को दो पैसे मिलने की उम्मीद टूटती जा रही है। ज्ञापन में कहा गया है कि यह सुनिश्चित करने का प्रयास किया जाना चाहिए कि अगर केंद्र सरकार निर्यात प्रतिबंध के संबंध में स्टैंड-ऑफ रवैया अपनाए बिना निर्यात को स्थायी रूप से खुला रखती है तो किसान कृषि उपज के उचित मूल्य से संतुष्ट हैं। ज्ञापन पर तहसील अध्यक्ष संजय जाधव, बालू शिंदे, योगेश देशमाने, आनंद संसार, हीरामन भोयते, प्रभाकर जाधव, पराशरम बर्डे, दत्तात्रेय सोनवणे, अमोल जाधव, भावराव गवली, भावराव आहेर, तुकाराम पटोले, रतन संपत, प्रताप गांगुर्डे, साहेबराव गांगुर्डे, खांडू गुंजाल, दीपांशु जाधव, स्वप्निल जाधव आदि के हस्ताक्षर हैं। 

    ये हैं मांगें

    प्याज को 3000 रुपए और अब तक बिके प्याज को 500 रुपए प्रति क्विंटल की दर से सब्सिडी देने की मांग भी ज्ञापन में की गई है। ज्ञापन में रासायनिक उर्वरकों की कीमत में भी कमी करने की मांग की है। इतना ही नहीं घरेलू गैस की कीमत, पेट्रोल-डीजल, खाद्य तेल के दाम कम करने की मांग की गई है।