Onion prices fall in Lasalgaon mandi, farmers worried

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    लासलगांव : प्याज (Onion) के दामों में बढ़ोतरी हुई तो ग्राहक परेशान होते है तो प्याज के दाम गिरने पर उत्पादक परेशान होते है। आज की स्थिति में देश में मांग से अधिक प्याज की आवक होने से आशिया खंड की प्याज के लिए अग्रेसर मंडी के रूप में परिचित लासलगांव मंडी समिति (Lasalgaon Mandi Committee) में प्याज के दाम पिछले सप्ताह के गुरुवार (Thursday) की तुलना में 275 रुपए से तो 5 मार्च की तुलना में 15 दिन में एक हजार रुपए की घट हुई है। जिसके चलते प्याज उत्पादक परेशान दिखाई दे रहे है। क्योंकि मिल रहे दाम से उत्पादन खर्च भी नहीं निकल पा रहा है। ऐसे में कर्ज की किश्त कैसे अदा करें ? 

    गौरतलब है कि मध्यप्रदेश, गुजरात, राजस्थान स्थित शिखर और पश्चिम बंगाल स्थित सुखसागर यहां पर लाल नए प्याज की आवक बड़े तौर पर हो रही है। तो राज्य के नाशिक, अहमदनगर और पुणे जिले के चाकण और सोलापुर में नए-नए गर्मी के प्याज की लाल प्याज के साथ आवक हो रही है, जिसका विपरीत परिणाम प्याज के दाम पर हो रहा है। लासलगांव मंडी समिति में विक्री के लिए आने वाले प्याज उत्पादक परेशान हो गए है। पिछले सप्ताह के गुरुवार की तुलना में सोमवार को लाल प्याज 275 रुपए तो 5 मार्च की तुलना में एक हजार रुपए की कमी आई है। कुल मिलाकर प्याज को 900 रुपए दाम मिल रहा है।

    प्याज उत्पादकों को राहत देने के लिए केंद्रीय राज्यमंत्री भारती पवार के माध्यम से केंद्र सरकार से प्रयास किया जा रहा है। यह जानकारी समिति की सभापति सुवर्णा जगताप ने दी। नांदगाव तहसील के वेलगाव निवासी प्याज उत्पादक हनुमान गीते के प्याज को प्रति क्विंटल 300 से 400 रुपए दाम मिलने से एक हजार रुपए का नुकसान हुआ। अहमदनगर जिले के कोपरगांव तहसील के रवंदे गांव निवासी प्याज उत्पादक महेश घायतडकर के प्याज को बहुत ही कम दाम मिला। कुल मिलाकर प्याज उत्पादकों को खर्च भी नहीं मिल रहा है। नाफेड के माध्यम से प्याज खरीद, 1 हजार रुपए का अनुदान, अधिक से अधिक प्याज की विदेश में निर्यात करने की मांग किसान कर रहे है।