नाशिक. मुख्यमंत्री (Chief Minister) उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के लिए नाशिक पुलिस ने आखिरकार केंद्रीय मंत्री नारायण राणे का ऑनलाइन जवाब दर्ज कर लिया है। कुछ दिनों पहले नारायण राणे ने एक पत्रकार परिषद में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए अभद्र शब्दों को प्रयोग किया था। इस मामले में नाशिक पुलिस में शिवसेना की शिकायत पर राणे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था।
नाशिक पुलिस के साइबर सेल ने नारायण राणे पर गुन्हा दर्ज किया था। उसके बाद राणे को गिरफ्तार भी किया गया था। पहले उन्हें महाड कोर्ट में पेश किया गया था। महाड कोर्ट ने उनकी जमानत मंजूर कर ली है। इस संबंध में मुंबई उच्च न्यायालय ने आदेश दिए थे कि 17 सिंतबर तक कोई भी कार्रवाई ना की जाए। राणे के वकील ने नाशिक पुलिस को एक पत्र लिखा था कि 2 सितंबर को गणेश उत्सव के कारण हाजरी नहीं हो सकेगी। नाशिक पुलिस ने राणे के वकील से बात की थी और यह तय किया गया था कि कोरोना संक्रमण के चलते 25 सितंबर को राणे से ऑनलाईन पूछताछ होगी। इसी के चलते नारायण राणे ने पुलिस के ऑनलाईन सवालों के जवाद दिए।
पूरे राज्य में आंदोलन किए गए थे
पुलिस कमिश्नर दीपक पांडेय, उपायुक्त संजय बोरकुंड के सामने यह पूछताछ की गई। इस जांच में राणे ने पुलिस द्वारा पूछे गए सवालों के सीधे जवाब दिए। नारायण राणे मुख्यमंत्री के बारे में कहा था कि मैं उनके कान के नीचे खींच देता (मार देता), एैसी अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। इस बात से शिवसैनिक खफा हो गए थे और राज्य के विभिन्न पुलिस थानों में राणे के खिलाफ मामले दर्ज किए गए थे, जिन में नाशिक, पुणे और रायगढ़ जैसे बड़े शहर भी शामिल थे। नारायण राण की इस बात से नाशिक शिवसेना और युवासेना खफा थे। उनकी इस हरकत का विरोध करते हुए पूरे राज्य में आंदोलन किए गए थे। जमानत मिलने के बाद नारायण राणे ने एक पत्रकार परिषद ले कर सारा मामला बताया था, और आने वाले दिनों में शिवसेना के कई करतूत सामने लाएंगे ऐसा इशारा भी दिया था। लेकिन कुछ दिनों में ही यह मामला शांत हो गया। आने वाले दिनों में राज्य में 18 महानगरपालिका के चुनाव होने वाले हैं। एैसे में एक बार फिर राजनीतिक घमासान देखने को मिलेगा एैसा अनुमान लगाया जा रहा है।