Dengue
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    नाशिक : सितंबर महीने में स्वाइन फ्लू (Swine Flu) का प्रकोप नियंत्रित हुआ तो डेंगू (Dengue) का प्रकोप एक बार फिर से बढ़ गया है। डेंगू के साथ शहर में वायरल फीवर (Viral Fever) के मरीजों (Patients) की संख्या भी बढ़ गई है। बारिश का प्रतिशत कम हुआ है, लेकिन धुआ फवारणी का काम दस्तावेज तक ही सीमित है। इसके चलते सितंबर महीने में डेंगू संदिग्ध मरीजों का आंकड़ा 500 तक पहुंच गया है। इसमें से 118 मरीजों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अगस्त में डेंगू पीड़ितों का आंकड़ा 100 के अंदर था। 

    सितंबर महीने के 27 दिनों में 118 मरीज सामने आने से डेंगू का प्रकोप शहर में एक फिर से शुरू होने की बात स्पष्ट हो गई है। नाशिक शहर में लगातार हो रही बारिश से पिछले ढाई माह से शहर में डेंगू, स्वाइन फ्लू और चिकनगुनिया प्रकोप शुरू है। बारिश के चलते डेंगू, चिकनगुनिया और मलेरिया जैसी बीमारी से नागरिक परेशान हो गए है। तो दूसरी ओर धुआ फवारणी का काम दस्तावेज पर ही शुरू है। परिणामस्वरूप शहर में संक्रमित बीमारियों का प्रकोप दिखाई दे रहा है। सितंबर महीने में स्वाइन फ्लू का जोर कम हो गया। इस महीने में केवल 13 मरीज सामने आई। तो डेंगू के 118 मरीज सामने आए है। 

    ठेकेदार के बजाए नागरिकों पर कार्रवाई

    डेंगू के मरीज बढ़ने से महानगरपालिका ने अब पेस्ट कंट्रोल के ठेकेदार पर कार्रवाई करना अपेक्षित था, लेकिन वह नागरिकों से 200 रुपए दंड वसूल कर रहे है। महानगरपालिका के आरोग्य विभाग ने डेंगू, चिकनगुनिया के मरीज नियंत्रत होने का दावा किया है, लेकिन शहर में वायरल फिवर का जोर आज भी कायम है।