शिंदे सरकार के स्कूल बंद निर्णय के खिलाफ अभिभावक और विद्यार्थियों का आक्रोश

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    नासिक : शिंदे सरकार (Shinde Government) ने जिस स्कूल (School) में विद्यार्थियों की संख्या कम है, वह स्कूल (School) बंद करते हुए समायोजन करने का निर्णय लिया है, जिसे लेकर शालेय शिक्षा विभाग (School Education Department) ने कार्रवाई शुरू की है। इस निर्णय के खिलाफ निषेध व्यक्त करने के लिए अभिभावक (Parents) और विद्यार्थियों (Students) ने नाशिक जिला परिषद कार्यालय के बाहर आंदोलन किया। 

    दरमियान अभिभावक और विद्यार्थियों ने ‘दप्तर लो, भेड़-बकरी दो’ का नारा लगाया। नासिक जिले इगतपुरी तहसील के दरेवाडी इस अतिदुर्गम क्षेत्र में जिला परिषद स्कूल में पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों ने आंदोलन शुरू किया है। दरेवाडी स्थित जिला परिषद के स्कूल में 40 से 50 विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण कर रहे है। स्ल बंद करने से विद्यार्थियों का शैक्षणिक नुकसान हो रहा है। शिंदे सरकार द्वारा लिए गए स्कूल बंद और समायोजन निर्णय के खिलाफ दरेवाडी के छात्रों ने नासिक जिला परिषद के सामने भेड़-बकरियों के साथ आंदोलन करते हुए ‘दप्तर लो, भेड़-बकरी दो’ का नारा लगाया।

    साथ ही बंद किया गया स्कूल शुरू करने की मांग की। भाम बांध से कालूस्ते गांव की दरेवाडी विस्थापित हुई है। इगतपुरी स्थित कालूस्ते गांव के दरेवाडी जिला परिषद स्कूल बंद करने से विद्यार्थियों का अन्य स्कूल में समायोजन करने का निर्णय लिया गया है। इगतपुरी शिक्षा विभाग ने स्कूल बंद करने का पत्र देने के बाद स्कूल बंद किया गया है। स्कूल बंद होने से विद्यार्थियों का नुकसान हो रहा है।

    इसलिए श्रमजीवी संगठन की ओर से स्थानीय गट शिक्षा अधिकारी कार्यालय में स्कूल का आयोजन कर आंदोलन किया था। इसके बाद भी स्कूल शुरू नहीं किया गया। इसके बाद अभिभावक और विद्यार्थियों ने नाशिक जिला परिषद कार्यालय पर आंदोलन किया। राज्य बाल अधिकार आयोग के अधिकारी नासिक दौरे पर आने के बाद उनसे मिलकर न्याय के लिए गुहार लगाई जाएगी। इस आंदोलन से स्कूल बंद और समायोजन निर्णय को लेकर जोरदार चर्चा शुरू हो गई है।