गिरी हुई कुर्सियों, बंद प्याऊ, टूटी सड़कें से यात्री परेशान, निमाणी बस स्टैंड का ऐसा है हाल

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    -राकेश श्रीवास्तव

    नाशिक: पंचवटी (Panchvati) के पास स्थित निमाणी बस स्टैंड (Nimani Bus Stand) से शहर भर के लिए सिटी लिंक की बसें (City Link Buses) चलती हैं, लेकिन इस बस स्टैंड की हालत देखकर यात्रियों (Passengers) के साथ आम लोग भी दुखी हैं। भीड़भाड़ वाली सड़क के ठीक किनारे बने इस बस स्टैंड में गंदगी का ऐसा आलम है कि स्वच्छता अभियान खुद शर्मा जाए। पूरे बस स्टैंड में सड़क पूरी तरह से टूटी-फूटी हुई है। यहां के सार्वजनिक शौचालय के पास गंदा पानी बहता रहता है। एक जगह कई दिनों से पानी जमा है, जिसमें काई लग गई है। बस स्टैंड में बैठने के लिए लोहे की जो चेयर लगाई गई है, उनमें से कुछ टूटकर वहीं गिरे हुई हैं और उसे देखने वाला कोई नहीं है। 

    यहां पर पीने के पानी की व्यवस्था के लिए प्याऊ बनाया गया है, लेकिन इसमें पानी नहीं आता। अगर किसी को पानी पीना हो तो उसे स्टैंड से बाहर जाना पड़ता है। टिकट खिड़की के पास का एक हिस्सा पूरी तरह से टूट चुका है और वहां गंदगी पसरी हुई है।

    पूर्व सांसद के फंड से बना है स्टैंड

    यह बस स्टैंड पूर्व सांसद समीर भुजबल के सांसद फंड से बना है, लेकिन यहां फैली गंदगी, टूटी सड़कें, शौचालय के पास जमा गंदा पानी देखकर इस व्यवस्था पर आपको जरूर गुस्सा आएगा। यहां से सफर करने वाले एक यात्री ने बताया कि गंदगी से परेशानी होती है, लेकिन किससे कहें, कौन सुनेगा। अगर आप आवाज उठाओगे तो आप ही बुरे बन जाओगे। एक अन्य छात्र यात्री ने कहा कि मेरा पहला दिन है, लेकिन यहां की गंदगी और सारी चीजें देखकर अच्छा नहीं लगा।

    एमएसआरटीसी का है स्टैंड

    इस संबंध में निमाणी बस स्टैंड के इंचार्ज एम.वी. मुंडे ने कहा कि यह स्टैंड एसटी के पास है, जब तक‍ नाशिक महानगरपालिका को ट्रांसफर नहीं होता है, तब तक इसका मेंटेनेंस नहीं हो सकता है। हमने इसे लेकर एसटी से कई बार कहा है, लेकिन अभी तक इसका कोई फायदा नहीं हुआ है। हम खुद यहां की गंदगी और अव्यवस्था से परेशान हैं।

    हड़ताल खत्म होते ही इसे लेकर फिर से पत्र-व्यवहार होगा 

    इस संबंध में सिटी लिंक बस के एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि यह स्टैंड एमएसआरटीसी कंपनी का है। यह जगह जब तक नाशिक महानगरपालिका को ट्रांसफर नहीं होती है, तब तक नाशिक महानगरपालिका  इसका मेंटेनेंस नहीं कर सकती है। एसटी कर्मचारियों की चल रही हड़ताल के कारण यह मामला अटका हुआ है। जैसे ही हड़ताल खत्म होगी, इसे लेकर फिर से पत्र-व्यवहार किया जाएगा।

    सिटी की लाइफलाइन

    सिटी लिंक बस सेवा फिलहाल शहर की लाइफलाइन बनी हुई है। निमाणी से सीबीएस, वेद मंदिर, उत्तम नगर, पवन नगर, नाशिक रोड, त्र्यंबकेश्वर आदि के लिए यहां से बसें चलती हैं।  इस वजह से इस बस स्टैंड में बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना लगा रहता है। ऐसे में यहां की अव्यवस्था, टूट-फूट और गंदगी की वजह से यहां से सफर करने वालों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में यह गंदगी नाशिक की लाइफलाइन से सफर करने वालों को बीमार न कर दे। ऐसी आशंका है।

    रात के वक्त स्टैंड में अंधेरा

    रात के वक्त जहां पर बसें खड़ी की जाती हैं, वहां केवल मध्यम रोशनी होती है, जबकि अंदर के हिस्से में अंधेरा पसरा रहता है। अंदर की सड़क पूरी तरह से टूटी हुई है, जो रात के वक्त दिखाई नहीं देती हैं। ऐसे में यहां पर लगातार आने वाली बसों से एक्सीडेंट होने की हमेशा संभावना बनी रहती है।

    रात में नशेड़ियों का अड्डा

    रात के वक्त स्टैंड परिसर के अधिकतर हिस्से में अंधेरा होने की वजह से यह नशेड़ियों का अड्डा बन जाता है। ऐसे में इस परिसर के अंधेरे में किसी के साथ कोई अप्रिय घटना होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। देश और शहर में छेड़छाड़ और बलात्कार के बढ़ते मामलों को देखते हुए इस पर गंभीरता से ध्यान देने की जरूरत है।

    शौचालय की बजाय खुले में ही पेशाब कर रहे लोग

    अंधेरे का फायदा उठाकर रात के वक्त यहां आने-जाने वाले शौचालय का इस्तेमाल करने की बजाय खुले में पेशाब कर रहे हैं। इस वजह से स्टैंड के हर कोने में गंदगी नजर आती है। शौचालय के सामने गंदे पानी को लेकर पूछने पर एक शौचालय कर्मचारी ने बताया कि शौचालय के अंदर की सफाई महानगरपालिका की जिम्मेदारी है। शौचालय के बाहर की सफाई की जिम्मेदारी सिटी लिंक की है। दूसरी तरफ सिटी लिंक का कहना है कि यह जगह एमएसआरटीसी के कब्जे में है। जब तक महानगरपालिका को ट्रांसफर नहीं होती, इसका मेंटेनेंस नहीं हो सकता है। कुल मिलाकर जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने की कोशिश की जा रही है। यात्रियों के स्वास्थ्य और सुविधाओं की किसी को चिंता नहीं है।

    अनाउंसमेंट की सुविधा का अभाव

    इस स्टैंड में अनाउंसमेंट की सुविधा का अभाव है। बुजुर्ग यात्रियों को दिखाई कम पड़ता है, इस कारण उनके लिए एनाउंसमेंट की सुविधा जरूरी है।

    सिटी लिंक के कर्मचारियों ने भी जताई नाराजगी

    बस स्टैंड परिसर में तीन-चार सिटी लिंक कर्मचारियों से बात करने पर उन्होंने कहा कि यह महानगरपालिका से कॉन्ट्रैक्ट पर मिला है। महानगरपालिका को इसके मेंटेनेंस पर ध्यान देना चाहिए।