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    येवला. जमीन (Earth) न होने के बावजूद फसल (Crop) का फर्जी पंचनामा (Fake Punchnama) करते हुए प्राकृतिक नुकसान (Natural Damage) दिखाकर पत्नी (Wife) के नाम पर लाभ प्राप्त करते हुए पौने चार लाख रुपए के सरकारी रकम (Government Money) का अपहार किया। कुसमाड़ी स्थित गट क्रमांक 388, 369 इस जमीन के मालिक खंडू अहिरे और अन्य तीनों को मृत दिखाकर उनकी पत्नी अरुणा गाजरे को वारिस दिखाकर पंजीकृत किया।

    सावरगांव के गट क्रमांक 57/3 इस जमीन के मालिक राधाकिसन कदम मृत होने के बाद उनकी वारिस के रूप में जमीन पत्नी के नाम पर अवैध रूप से पंजीकृत कि थी। गौरतलब है की, इस पंजीकरण के दस्तावेज गायब किए गए है। कुसमाड़ी परिसर के दहेगांव पाटोदा, नायगव्हाण, सावरगांव में जमीन न होने के बावजूद फसल का फर्जी पंचनामा करते हुए वर्ष 2013 से 2020 के दरमियान प्राकृतिक आपदा से नुकसान दिखाकर पत्नी के नाम पर लाभ प्राप्त करते हुए 3 लाख 78 हजार 620 रुपए की सरकारी रकम हड़प की।

    पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा 

    पत्नी अरुणा जगन्नाथ गाजरे प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना के लिए पात्र न होने के बावजूद 8 हजार रुपए का लाभ प्राप्त किया। संबंधित पटवारी का तबादला होने के बाद मैट में पहुंचकर संबंधित संस्था को भ्रमित करने की बात निलंबन आदेश में कही गई है। गैरकानूनी वारिसदारों की जमीन पत्नी के नाम पर करने सहित निधी हड़प करने के मामले में थूल के खिलाफ तहसील पुलिस थाने में प्रकरण दर्ज किया गया है, लेकिन अब तक वह पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा है।

    फसल और फलों का नुकसान

    पिंपरी में अतिवृष्टी के कारण फसल और फलों का नुकसान हुआ। इसके लिए सरकारी अनुदान मंजूर हुआ है, लेकिन संबंधित किसानों के खाते पर वह दर्ज नहीं हुआ है। इस संदर्भ में अनेक किसानों ने शिकायतें कि है, जिसे ध्यान में रखकर तहसीलदार प्रमोद हिले ने संबंधित परिसर में अनुदान सूची का सामूहिक गठन करने के लिए मंडल अधिकारी और पटवारी नियुक्त किया है। यहां भी अनुदान हड़प करने का प्रकरण सामने आने की संभावना व्यक्त कि जा रही है।