खरीफ फसल के लिए योजना बनाई जाए : के.सी. पाडवी

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    नंदुरबार : आदिवासी विकास मंत्री और नंदुरबार जिले के पालक मंत्री के.सी. पाडवी (Foster Minister K.C. Padvi) ने यहां के बिरसा मुंडा हॉल में आयोजित की गई समीक्षा बैठक में खरीफ फसल (Kharif Crop) के लिए योजना बनाने के निर्देश दिए। पालक मंत्री पाडवी ने कहा कि खरीफ सीजन 2022-2023 के लिए किसानों (Farmers) को उपलब्ध बीज अच्छी गुणवत्ता वाले होने चाहिए। समीक्षा बैठक में जानकारी दी गई कि राष्ट्रीयकृत बैंक कृषि ऋण वितरण को प्राथमिकता देकर 127 हेक्टेयर क्षेत्र (Hectare Area) में संवर्धन कार्यक्रम शुरू किया गया है। रासायनिक खाद विक्रेता पीओएस मशीन से ही खाद बेचें। उर्वरक सरकारी दर पर ही बेचा जाना चाहिए। बीज (Seeds), खाद (Manure) और कृषि आदानों (Agricultural Inputs) को महंगे दामों पर बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की करने पर जोर देते हुए समीक्षा बैठक में कहा गया कि यूरिया के उपयोग को कम करने के लिए नैनो यूरिया के उपयोग को बढ़ाने के लिए किसानों में जागरूकता पैदा की जानी चाहिए, इसके लिए हर दुकान में नैनो यूरिया के इस्तेमाल पर जागरूकता बोर्ड लगाए जाएं। ड्रिप सिंचाई क्षेत्र, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और गोपीनाथ मुंडे दुर्घटना बीमा योजना को बढ़ाने के लिए जागरूकता पैदा की जाए ताकि अधिक से अधिक किसान इसका लाभ उठा सकें. बिजली कनेक्शन पूरा किया जाए, किसानों की मांग के अनुसार उर्वरक बीज विक्रेताओं की ओर से उपलब्ध कराया जाए। जैविक खाद, केंचुआ खाद, जीवाणु खाद के उपयोग के बारे में जागरूकता बढ़ाने पर भी समीक्षा बैठक में चर्चा हुई। 

    बीज और खाद की उपलब्धता पर दिया जोर

    बैठक में बागेश्वर ने कहा कि खरीफ सीजन 2022 के लिए चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, सोयाबीन और अन्य चीजों के लिए 23 हजार 377 क्विंटल बीज की मांग की गई है। बी.टी. कपास के बीज की मांग 6 लाख 25 हजार पैकेट की है। जिले के लिए खरीफ सीजन के लिए 3 हजार 30 मीट्रिक टन यूरिया और 590 मीट्रिक टन डी.एपी संरक्षित स्टॉक स्वीकृत किया गया है। खरीफ सीजन के लिए 1 लाख 34 हजार 800 मीट्रिक टन रासायनिक खाद की मांग की गई थी। 

    बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष सीमा वाल्वी, विधायक डॉ. विजय कुमार गावित, जिलाधिकारी मनीषा खत्री,  जिला परिषद मुख्य कार्यपालन अधिकारी रधुनाथ गोंडे, कृषि अध्यक्ष गणेश पराडके, सहायक जिलाधिकारी मीनल करनवाल, डॉ. माणक घोष, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी नीलेश बागेश्वर, जिला कृषि अधिकारी एलडी भोय आदि उपस्थित थे।