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    नाशिक : जन स्वास्थ्य विभाग (Public Health Department) के ग्रुप सी कैटेगरी में गलत प्रश्नपत्र पाने (Question Paper) वाले कुल 589 विद्यार्थियों की दोबारा परीक्षा होगी। ऐसे उम्मीदवारों की सूची मांगी गई थी। जिसके मुताबिक परीक्षा 28 को पुणे, नाशिक, लातूर और अकोला में होगी। दो बार रद्द हुई स्वास्थ्य विभाग की भर्ती परीक्षा 24 और 31 अक्टूबर को हुई थी। परीक्षा ट्रस्ट कम्युनिकेशन नामक एक निजी संगठन द्वारा आयोजित की गई थी।

    परीक्षा ‘सी’ वर्ग की 2739 सीटों और ‘डी’ वर्ग की 3462 सीटों के लिए आयोजित की गई थी। लेकिन परीक्षा से पहले ही असमंजस की स्थिति शुरू हो गई थी। कई उम्मीदवारों को हॉल टिकट नहीं मिला, कई को केंद्र दूसरा मिला, ऐसी शिकायतें मिलीं। लेकिन जनस्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. अर्चना पाटिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नाशिक में इन शंकाओं को दूर करने की कोशिश की। लेकिन परीक्षा के दिन भी भारी गड़बड़ी हुई। 

    मिली गलत प्रश्न पत्रिका 

    स्वास्थ्य विभाग की परीक्षा के दिन राज्य भर के कई केंद्रों पर अफरा-तफरी का माहौल रहा। इसकी शिकायत कई छात्रों ने की। विपक्षी समूहों ने सरकार के बहिष्कार का आह्वान किया। अकेले नाशिक विभाग में ग्रुप-डी श्रेणी के लिए कुल 53 हजार 326 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। ट्रस्ट ने परीक्षा के लिए समन्वयक नियुक्त किया है। उनके मोबाइल नंबरों की घोषणा की। लेकिन एन पेपर के दिन, समन्वयकों ने फोन नहीं किया। परीक्षा देने आए छात्रों की समस्या का समाधान नहीं हो सका। कहीं पर प्रश्नपत्र फटे तो कहीं दो घंटे देरी से आने का आरोप लगाया गया। इसमें समूह ‘ग’ की 11 श्रेणियों के 589 अभ्यर्थियों को गलत प्रश्नपत्र मिल गए। अब इन उम्मीदवारों की दोबारा परीक्षा ली जा रही है।

    इतने से मामलों के बाद परीक्षा को लेकर शिकायतों के बावजूद परीक्षा आयोजित करने वाले ट्रस्ट ने चयनित उम्मीदवारों की सूची जारी की। स्वास्थ्य विभाग ने उस दौरान 7 दिसंबर तक उम्मीदवारों की नियुक्ति करने का फैसला किया था। लेकिन परीक्षा में हुई गड़बड़ी पर सभी खामोश रहे।  यह सवाल आखिरकार स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे के पास गया। उन्होंने कहा कि नियुक्तियों को लेकर पारदर्शी प्रक्रिया होगी। उन्होंने कहा कि जहां परीक्षा में गड़बड़ी हुई, वहां शिकायतें हैं, जब तक उनका समाधान नहीं हो जाता तब तक नियुक्ति नहीं दी जाएगी।